रिपोर्ट को लेकर पहले भी कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं और कई बार अफसरों ने सर्ट-इन के दफ्तर पहुंचकर रिपोर्ट मांगी। अब डीजी बैनर्जी को ही रिपोर्ट में हो रही देरी की स्टेटस पता करने जाना पड़ा। सर्ट-इन के अफसरों ने ईओडब्ल्यू डीजी बैनर्जी को सोमवार को बताया कि जो तकनीकी रिपोर्ट चाही गई है, उसके मुताबिक भेजा गया डाटा पूरा नहीं है।
इधर ईओडब्ल्यू का तर्क है कि हमारे यहां से पूरा डाटा भेज दिया गया है। अब डीजी ने सर्ट-इन के तकनीकी अफसरों को अगले सप्ताह भोपाल ही बुलाया है, ताकि जप्त डाटा, दस्तावेज और अन्य रिकॉर्ड से मिलान किया जा सके।
होगा अफसरों का आमना-सामना
ईओडब्ल्यू के डाटा भेजने वाले अफसरों और सर्ट-इन के अफसरों का भी आमना-सामना करवाया जाएगा। ईओडब्ल्यू के अफसरों का तर्क है कि डाटा भेज दिया गया है, जबकि सर्ट-इन इंकार कर रहा है। ऐसे में दोनों ही संस्थाओं के अफसरों का डीजी आमना-सामना करवाएंगे।
सोरठिया को फरार घोषित करवाने 5 को सुनवाई
इधर, ईओडब्ल्यू ने गुजरात की सोरठिया वेल्जी एंड रत्ना कंपनी के संचालक हरेश सोरठिया को विधिवत फरार घोषित करवाने के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया, जिस पर 5 फरवरी को सुनवाई होना है। सोरठिया के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी करवा चुकी है जो अक्टूबर, 2020 तक जीवित है।
इधर, कंपनी के एक अन्य पदाधिकारी परेश सोरठिया पर भी कार्रवाई की ईओडब्ल्यू ने तैयारी कर ली है। बताया जा रहा है कि हरेश सोरठिया की अनुपस्थिति में मप्र का काम परेश सोरठिया ही देख रहे हैँ। यही नहीं मैक्स मेंटाना के राजू मेंटाना को भी ईओडब्ल्यू ने तलब किया है।
पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके पहले भी राजू मेंटाना को बयान के लिए बुलाया था, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। सूत्रों के अनुसार यदि इस बार राजू मेंटाना बयान दर्ज करवाने नहीं पहुंचे तो कोर्ट के जरिए विधिक कार्रवाई की जा सकती है।