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मतदान से सात दिन पहले चुनाव आयोग करेगा बड़ी सर्जरी, ऐसे हटाए जाएंगे अपात्र मतदाता

मतदान से सात दिन पहले चुनाव आयोग करेगा बड़ी सर्जरी, ऐसे हटाए जाएंगे अपात्र मतदाता

भोपालSep 07, 2018 / 03:14 pm

Faiz

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मतदान से सात दिन पहले चुनाव आयोग करेगा बड़ी सर्जरी, ऐसे हटाए जाएंगे अपात्र मतदाता

भोपालः मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा दिल्ली मुख्य चुनाव आयोग को की गई अपात्र और फर्जी मतदाताओं को लेकर शिकायत के बाद एमपी चुनाव आयोग प्रदेश में दुरुस्त सक्रीयता दिखा रहा है। इसी सिल सिले में चुनाव आयोग द्वारा पिछले दिनो प्रदेशभर में सर्वे कराया गया, जिसमें लगभग 24 लाख अपात्र मतदाताओं के नाम सामने आने के बाद उन्हे वोटर लिस्ट की सूचि से हटाया गया। यह वह लोग थे, जिनके एक जगह से दूसरी जगह जाने या मृत्यु के बाद नाम नही हटवा पाए थे। हालांकि, चुनाव आयोग ने यह स्पष्ट किया कि, यह फर्जी मतदाता नहीं हैं, बल्कि अपात्र मतदाता हैं। इसी कड़ी में अब चुनाव आयोग मतदान से सात दिन पहले एक और फिल्टर लगाकर उन लोगों भी लिस्ट में से जिन्हें सर्वे के दौरान किसी कारण वश नहीं हटाया गया था।

फाइनल फिल्टर की तैयारी

चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, इस फिल्टर के माध्यम से मृतक, अनुपस्थित और स्थानांतरित मतदाताओं की भी फाइनल जांच की जाएगी, ताकि मतदान के समय किसी तरह का संदेह बाकि ना रहे। आयोग की तरफ से बनाई जा रही सूची हर मतदान केंद्र पर पीठासीन अधिकारी को भेजी गई। इसे मतदाता पर्ची वितरण के समय 65 हजार से ज्यादा बूथ लेवल के ऑफिसरों (बीएलओ) ने घर-घर जाकर तैयार की है। इसी सूचि के आधार पर अगर किसी मृतक का नाम मतदान के समय सामने आता है तो उससे पूछताछ करने के अलावा कार्रवाई भी की जा सकती है।

कितने जोड़े कितने घटाए

मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर लगातार उठ रहे सवालों के मद्देनजर चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रदेश में द्वितीय संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान चलाया गया। इसमें 65 हजार बीएलओ घर-घर गए और 51 लाख आवेदन लिए। इसके आधार पर 24 लाख अपात्र मतदाताओं के नाम हटाए गए। साथ ही, 11 लाख 53 हजार नए नामों को मतदाता सूचि में जोड़ा गया। निर्वाचन आयोग के के अधिकारियों के मुताबिक, इसके अलावा जो दावे-आपत्ति आए हैें, उनका परीक्षण करके निराकरण किया जाएगा। साथ ही, मतदान से सात दिन पहले जब मतदाता पर्ची का वितरण होगा, तभी अपात्रों की जानकारी लेकर सूची बना ली जाएगी।

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