खुद दुकानदार लिख रहे एक्सपायरी डेट
वैसे तो मिठाईयां कुछ ही दिन में खराब होने लगती है, लेकिन कोरोना काल के बाद खुले बाजार में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं, दुकानदार सुरक्षा के चलते मिठाईयों पर अपने हाथ से निर्माण तिथि और एक्सपायरी डेट लिख रहे हैं। ताकि उपभोक्ता भी उनके द्वारा तैयार की जा रही मिठाईयों पर विश्वास कर सके। इस प्रकार अब भोपाल सहित अन्य शहरों में दुकानदार खुद अपनी मिठाईयों की गारंटी दे रहे हैं।
वैसे तो कोरोना महामारी के बाद बाजार में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। खासकर मिठाईयों और खाने पीने की दुकानों में सुरक्षा का बहुत ध्यान रखा जा रहा है, मिठाईयों को सुरक्षित तरीके से रखा जा रहा है, लोगों को भी मिठाईयां हाथ से नहीं देखने दी जा रही है, वहीं दुकानों पर ग्रहाकों को भी दूर से ही सामान दिया जा रहा है। शहर में करीब पांच दर्जन बड़ी मिठाईयों की दुकानों के साथ ही करीब 1800 से अधिक छोटी मोटी दुकानें हैं।
त्यौहार आते ही कार्रवाई का डर
दुकानदारों को त्यौहार आते ही खाद्य विभाग द्वारा की जाने वाली कार्रवाई का भय सताने लगा है, इसी के चलते वे मिठाईयों के निर्माण से लेकर उपयोग की जाने वाली सामग्रियों में सफाई और किस्म का काफी ध्यान दे रहे हैं।
मिठाईयों के लिए महत्वपूर्ण नियम
-बंगाली मिठाईयां-निर्माण से 36 घंटे या तीन दिन।
-मावे की मिठाईयां-48 घंटे से चार दिन।
-बेसन की मिठाईयां-7 से 8 दिन तक बेची जा सकती है।
नियमों का पालन सभी दुकानदारों को करना चाहिए,वैसे ही आधी पुश्तैनी दुकानें तो त्यौहार के समय कार्रवाई के चलते बंद हो गई, वहीं कोरोना की मार ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है।
-राकेश जैन, अध्यक्ष, भोपाल स्वीट्स मिठाई नमकीन एसो.
-देवेंद्र दुबे, खाद्य अधिकारी