फरिश्ता बनकर आया किसान
ईंटखेड़ी पर हलाली नदी के उफान पर होने के कारण नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा था। बच्चे को ले जा रही एंबुलेंस भी फंसी हुई थी और जैसे ही गांव के किसान पदम सिंह मीणा को एंबुलेंस के पुल पर फंसे होने की सूचना मिली तो मुसीबत में पड़े मासूम बच्चे के माता-पिता के पास पहुंचे। पुल से पानी उतरने का थोड़ी देर इंतजार किया लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण जब पानी उतरने के आसार नजर नहीं आए तो किसान पदम सिंह ने ट्रेक्टर पर ही ऑक्सीजन लगे मासूम और उसके माता-पिता को बैठाकर पुल के ऊपर से बह रही नदी को पार करा दिया। किसान पदम सिंह नदी के बैरसिया वाले छोर पर थे और ट्रेक्टर पर बैठाकर मासूम बच्चे और उसके माता पिता को दूसरे छोर तक सुरक्षित लेकर आए।
पुल पार खड़ी एंबुलेंस से मासूम को पहुंचाया अस्पताल
पुल पार कराने के बाद पदम सिंह ने पुल के दूसरे छोर पर पहले से ही खड़ी एंबुलेंस में बच्चे और उसके माता-पिता को बैठाया और अस्पताल के लिए रवाना किया। बता दें कि नदी के उफान पर होने के कारण एंबुलेंस चालक ने पहले ही दूसरी एंबुलेंस को पुल के दूसरे छोर पर बुला लिया था जिससे कि बच्चे को वक्त पर अस्पताल पहुंचाया जा सके। एंबुलेंस चालक ने बताया कि वो मासूम बच्चे को गुना के बामोरी से लेकर भोपाल इलाज के लिए ला रहे थे।