एक रैक में होंगे 22 नए कोच
भोपाल के हबीबगंज स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन के बीच चलने वाली भोपाल एक्सप्रेस को एक जनवरी से नए एलएचबी कोचों के साथ चलाया जाएगा। इसके लिए 45 कोच मिले हैं। एक रैक में 22 नए कोच लगेंगे। इसमें जिन यात्रियों की साइड लोअर बर्थ होगी उन्हें दो विकल्प मिलेंगे। यात्री बैठकर सफर करते समय अतिरिक्त गद्दीदार स्लाइडिंग बर्थ को हटा सकेंगे। उसे हटाकर रखने के लिए कोच की दीवार के पास ही अतिरिक्त जगह दी गई है। यह ट्रेन अभी इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) चेन्न्ई द्वारा तैयार किए गए कोचों से चल रही है, जो सालों पुराने हैं।
कैसे हैं एलएचबी कोच
अभी तक पुराने कोचों में फोल्डिंग वाली बर्थ है, जो सोते समय नीचे-उपर हो जाती है। जो भी यात्री कमर दर्द से जुड़ी कमर दर्द से जुड़ी परेशानियों का शिकार होते हैं उन्हें काफी तकलीफ होती है। रेलवे ने नए कोचों में फोल्डिंग बर्थ के उपर अलग से एक अतिरिक्त गद्दीदार स्लाइडिंग बर्थ दी है, जो छह फिट लंबी और एकमुश्त है। इसे फोल्डिंग बर्थ के उपर रखकर आराम से सो सकते हैं।
ऐसा करने से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। इस बारे में भोपाल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश का कहना है कि भोपाल एक्सप्रेस में लगने के लिए आए नए कोचों में अतिरिक्त गद्दीदार स्लाइडिंग बर्थ दी है। एक जनवरी से ट्रेन को नए कोच के साथ ही चलाएंगे। इससे यात्रियों को सुकून मिलेगा।