शनिवार रात रिपोर्ट लिखाने पहुंचे परिजनों को पहले तो पुलिस ने थाने से भगा दिया, फिर पार्षद के फोन करने के बाद कमला नगर पुलिस जांच के लिए घर पहुंची। वहां पुलिस ने परिजनों से गुटखा और चाय-नाश्ते के लिए रुपए मांगे। पुलिसकर्मी पीडि़त परिजनों के घर में ही बैठकर उनसे कहते रहे कि उनकी बेटी किसी के साथ भाग गई होगी।
पुलिस के मुताबिक बच्ची अपने माता-पिता और चार बड़ी बहनों के साथ कमला नगर में रहती थी। शनिवार रात 9 बजे अचानक लापता हो गई। रात 10 बजे परिजन थाने पहुंचे। पुलिस ने सहयोग नहीं किया। परिजन रातभर मासूम को खोजते रहे। तड़के करीब 5.15 बजे घर के समीप ही 20 मीटर दूर नाले के पास चेंबर के ऊपर मासूम की लाश मिली।
सड़कों पर उतर आए लोग
रविवार सुबह जब लोगों को वारदात का पता चला तो आक्रोश भड़क उठा। बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे। तनाव को देखते हुए क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। डीआइजी इरशाद वली ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 20 हजार का इनाम घोषित किया है। अभी तक संदेही के रूप में विष्णु की पहचान हुई है। वह फरार है। उसकी तलाश में पुलिस की दो टीमें खंडवा रवाना हुई हैं। इधर, आइजी योगेश देशमुख ने लापरवाही पर सात पुलिसकर्मी एएसआइ देवी सिंह, हवलदार, नरेन्द्र और जगदीश, सिपाही रूप सिंह, बृजेन्द्र, प्रहलाद और वीरेन्द्र को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया है।
दिग्विजय और पीसी शर्मा पहुंचे जनाजे में
सुबह 10.30 बजे सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर कमला नगर थाने पहुंचीं और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलकर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी जनाजे में शामिल हुए। इस दौरान मंत्री पीसी शर्मा और आरिफ अकील ने मासूम के जनाजे को कंधा भी दिया।
भोपाल में मासूम के साथ हुई दुष्कर्म व हत्या की घटना अत्यंत दुखद है। पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि दोषियों को जल्द पकड़ा जाए। इस मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आई है, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए। – कमलनाथ, मुख्यमंत्री
9 साल की बच्ची के साथ हैवानियत! इंसानियत शर्मिंदा है। मेरी बच्चियों, तुम्हारी हंसी छीनने वालों को हम नहीं छोड़ेंगे। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि नन्ही गुडिय़ा की आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को पीड़ा सहने की शक्ति दे।
– शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम