भोपाल

अब महा-तूफान बरपा सकता है कहर, भारी बारिश के साथ होगी ओले की बरसात!

अब महा तूफान के कहर के आसार, भारी बारिश के साथ गिर सकते हैं ओले!

भोपालNov 03, 2019 / 12:57 pm

Faiz

अब महा-तूफान बरपा सकता है कहर, भारी बारिश के साथ होगी ओले की बरसात!

भाेपाल/ मध्य प्रदेश से चक्रवाती तूफान क्यार का असर अभी खत्म हुए कुछ दिन ही बीते हैं, कि अब मौसम विभाग ने प्रदेेश पर एक और बड़े तूफान के असर के आसार जताए हैं। अरब सागर में बने इस चक्रवाती तूफान का नाम महा बताया जा रहा है। यानी जैसा इसका नाम है, वैसा ही इसका असर होने का अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि, मावटी बारिश का सिलसिला प्रदेश के अलग अलग इलाकों में रुक रुककर जारी है, जिसके चलते प्रदेश के कई इलाकों में ठंड का अहसास होने लगा है। माैसम वैज्ञानिका ए.के शुक्ला के मुताबिक, रविवार शाम तक ये तूफान अति तीव्र रूप धारण कर लेगा यानी वेरी सीवियर साइक्लाेनिक स्टार्म में बदल जाएगा, जिसके चलते अगले चार-पांच दिन भोपाल, इंदौर, उज्जैन, हाेशंगाबाद समेत प्रदेश के कई इलाकाें में बादल छाए रहेंगे। गरज-चमक से साथ बारिश भी होगी। प्रदेश के कुछ इलाकों में अाेले भी गिर सकते हैं।

 

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यहां से शुरु होगा महा का असर!

माैसम विज्ञानिक के अनुसार, साइक्लाेन महा पूर्व-मध्य अरब सागर में शनिवार सुबह 11:30 बजे मध्य पूर्व अरब सागर में 16.5° उत्तरी अक्षांश एवं 68.2° पूर्वी देशांतर के पास, वेरावल (गुजरात) से लगभग 540 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में एवं दीव से 550 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था, जो साेमवार तक उत्तर-पश्चिम की ओर आ जाएगा। इस दौरान इसकी गति छह किमी प्रति घंटा होगी। इसके साेमवार तक पश्चिम दिशा की अाेर बढ़ने और इसके बाद पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर दक्षिण गुजरात की तरफ बढ़ेगा। अगर हवा का दबाव इसी ओर बना रहा, तो ये उत्तर महाराष्ट्र के निकटवर्ती तटों की तरफ बढ़ेगा। पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर जाते समय वक्रता यानी कर्व के साथ इसकी दिशा बदलने के बाद धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है।

 

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इसलिए हैं भारी बारिश के साथ ओले गिरने के आसार

मौसम विभाग के अनुसार, साइक्लाेनिक सर्कुलेशन के कारण हवा घूमकर चक्रवात की तरफ जाने लगेगी, जिससे समुद्र की ओर से धरती पर नमी बढ़ेगी। इससे बादलों में टकराव की स्थिति पैदा होती है, जो गरज-चमक और बिजली गिरने या चमकने का कारण बनता है। इस दौरान बारिश भी हाेती है। बता दें कि, तूफान तीन-चार दिन में गुजरात पहुंच सकता है। इसलिए गुजरात से सटे उज्जैन, इंदाैर एवं इनसे सटे भाेपाल, हाेशंगाबाद, जबलपुर में इसका प्रभाव रहेगा। हालांकि, इसके प्रभाव से दिन का तापमान सामान्य से कम हो जाएगा, लेकिन रात का तापमान सामान्य से ज्यादा रहने का अनुमान है।

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