पिछले कुछ दिनों से सामने आए मप्र में भारत के इतिहास के मामले जानार आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल मप्र में पढ़ाई जाने वाली कुछ किताबें पिछले दिनों कुछ ऐतिहासिक गलतियों को लेकर मीडिया में चर्चा में रहीं, तो अब शौर्य स्मारक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में रोचा फैक्ट बताता एक बोर्ड बच्चों की जीके खराब कर रहा है। जाने ऐसा क्या लिखा है इस इंफॉर्मेशन बोर्ड पर…
दे रहा गलत जानकारी
मीडिया में चर्चित इस बोर्ड पर लिखी जानकारी के मुताबिक महात्मा गांधी वर्ष 1993 में साउथ अफ्रीका गए थे और 45 साल बाद उनकी हत्या कर दी गई।
जबकि रिकॉर्ड बताते हैं कि बापू ने 1893-1914 तक साउथ अफ्रीका रहे थे। अपनी इस गलती पर राज्य शासन ने इसे मानवीय भूल बताकर सुधरवाने की बास कही है।
* जबकि कुछ दिनों पहले संस्कृत की किताबें ऐसी ही ऐतिहासिक गलतियों के कारण चर्चा का विषय बनी।
* इससे पहले भी महाराष्ट्र में इतिहास की किताबों में ऐसे कई बदलाव देखे जा चुके हैं।
* महाराष्ट्र के साथ-साथ राजस्थान सरकार ने भी इतिहास की किताबों में काफी बदलाव किए हैं जैसे कि वहां की किताबों में महाराणा प्रताप का इतिहास बदल दिया गया था।
* कक्षा 10 के स्टूडेंट्स के लिए तैयार की गई नई सोशल साइंस की किताब में ये जानकारी दी गई थी कि महाराणा प्रताप ने अकबर को 1576 में हल्दीघाटी की लड़ाई में हराया था।
* अब एमपी के शौर्य स्मारक में इतिहास की एक और गलती ने पर्यटकों के समक्ष प्रदेश को हंसी का पात्र बना दिया है।
* वहीं यहां आने वाले बच्चे भी यहां से गलत ज्ञान ले रहे हैं। ऐसे में यदि आप यहां पहुंचे तो बच्चों को मिल रही इस इंफॉर्मेशन को सुधारकर बताएं, ताकि वे गलत जानकारी को याद न रखें।
* आपको बता दें कि पिछले दिनों एजुकेशन मिनिस्टर तक ने सुभाषचंद्र बोस के दिए नारे तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा को स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर का नारा बता दिया था।