आपको बता दें कि, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हम अपने जीवन में घटने वाली हर घटना के बारे में जान सकते हैं। इसका संबंध हमारे जीवन में घटित होने वाली सारी समस्यों से होता है। ज्योतिष शास्त्रों में ऐसी हर समस्या का निराकरण और उसके उपयोग भी इसमे बताए गए हैं। ज्योतिष शास्त्र की ही कई शाखाओ में एक हस्त रेखा का भी प्रचलन होता है, जिसके आधार पर हम अपनी हाथ की रेखाओं से अपने भविष्य की आने वाली योजनाओ को तय करते है और भविष्य के संकेतो को जान पाते हैं।
हर व्यक्ति की हथेली में कई रेखाएं होती हैं। इन रेखाओं में भाग्य रेखा, हृदय रेखा, जीवन रेखा, विवाह रेखा आदि खास मानी जाती है। इसके अलावा हथेली पर कुछ शुभ-अशुभ निशान भी होते है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हमारी हथेली पर ऐसे कई निशान होते हैं जो छोटी-छोटी रेखाओं के मिलने या टकराने से बनते हैं। इनमें कुछ निशान हमें शुभ फल प्रदान करते हैं, किंतु कुछ बेहद अशुभ होते हैं। ‘एम’ अक्षर का निशान या ‘स्टार’ और कुछ खास स्थितियों में ‘चक्र’ का निशान जहां हथेली के कुछ शुभ निशानों में माने जाते हैं, वहीं कुछ ऐसे निशान भी हैं जो हर परिस्थिति में बेहद अशुभ स्थितियां लाते हैं। आज हम आपको हथेली के एक ऐसे अशुभ निशान ‘क्रॉस’ के बारे में बताने जा रहे हैं।
कई बार दो रेखाएं जब आकर एक-दूजे के साथ कटती हैं, तब यह निशान बनता है। यूं तो हमारे हाथ में अनगिनत रेखाएं होती हैं जो क्रॉस का निशान बनाती हैं, लेकिन असल में अशुभ क्रॉस निशान कौन सा है और किस स्थान पर बनता है, आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली पर बना क्रॉस का निशान मुसीबत, निराशा, खतरा और कभी-कभी जीवन में संकट का संकेत देता है। क्रॉस के लक्षण विभिन्न पर्वतों और रेखाओं की स्थिति पर निर्भर करते हैं।
दुनियां के सभी लोगों की हाथ की हथेली में विभिन्न प्रकार की रेखाएं होती है, जिनमे से बहुत सी रेखाएं ऐसी होती है, जो मनुष्य के लिए लाभदायक होती है और कुछ हानिकारक होती है और इनके अलावा हाथ पर कुछ शुभ अशुभ चिन्ह भी होते है। जो कुछ शुभ फल प्रदान करते है। आपको बता दें, कि कुछ निशान मनुष्य के की दुर्घटना का होते है। लेकिन जब यही पर्वत केंद्र पर स्थिति होता है। कहा जाता है, कि वह मनुष्य यश सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा। लेकिन इसी पर्वत पर अशुभ चिन्ह का होना आपके लिए संकट को दर्शाता है। इस प्रकार के व्यक्ति को अपने हर काम में निराशा ही हाथ लगती है, और यदि व्यक्ति के चन्द्र पर्वत पर क्रॉस पद हो, तो वह व्यक्ति कल्पना से परे होता है।