– इसलिए पड़ी जरूरत
शहरों में सड़कों पर आवारा पशु खासकर गाय और कुत्तों के घूमने की बहुत समस्या है। हाइवे पर गायों के कारण सड़क हादसे भी होते हैं। इस पर तमाम प्रयास के बावजूद सरकार अंकुश नहीं लगा सकी है, इसलिए अब सरकार ने शहरों की जवाबदेही तय करने का फैसला किया है। दूसरी ओर गांव और शहरों की झुग्गी बस्तियों में सुअरों के घूमने की बहुत समस्या है, इसलिए यहां आवारा घूमने वाले सुअरों पर अंकुश लगाया जाएगा।
– शहर व गांव में अलग फॉर्मूला
शहरी आवास एवं विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने बताया कि शहरों में गाय और कुत्ते ज्यादा आवारा घूमते हैं, इसलिए शहरों में रैंकिंग के लिए 40 फीसदी अंक गाय और 40 फीसदी अंक कुत्तों के लिए रहेंगे। इसके बाद 20 फीसदी अंक सुअरों के लिए रहेंगे। वहीं, गांवों में ***** की समस्या ज्यादा है, इसलिए गांवों में 40 फीसदी अंक गाय, 40 फीसदी सुअरों और 20 फीसदी कुत्तों के प्रबंधन के लिए रहेंगे।
– इनाम क्या और क्या होगा दंड
अभी सरकार इनाम और दंड का फॉर्मूला तय नहीं कर पाई है, लेकिन यह तय है कि इनाम की राशि एक करोड़ से ज्यादा रखी जाएगी। यह राशि पांच करोड़ या उससे ज्यादा हो सकती है। वहीं, दंड के रूप में संबंधित शहर के प्रमुख अफसर की जिम्मेदारी तय होगी। इसमें उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई से लेकर गोपनीय चरित्रावली में निगेटिव मार्किंग तक का प्रावधान करने पर विचार-मंथन हो रहा है।
– जयवर्धन सिंह, मंत्री, शहरी आवास एवं विकास