भोपाल से गुजरने वाली ट्रेनों में स्पेशल पोस्ट कोविड-19 ( Post Covid-19 Coach ) कोच लगाए जाने वाले हैं। कपूरथला में इनका निर्माण किया जा रहा है। इनकी खास बात यह है कि इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को कोरोना संक्रमण से बचाव हो सकेगा। इनके हैंडिल को कॉपर कोटेड बनाया गया है। कोच के अंदर शौचालय को हाथ से न खोलते हुए पैर से बटन दबाकर खोलने की व्यवस्था होगी। ज्यादातर डस्टबिन को पैर से ऑपरेटर किया जा सके, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। हालांकि सीमित संख्या में यह ट्रेनों में जोड़े जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक यदि जल्द ही कोविड की वैक्सीन नहीं तैयार होती है तो इनकी संख्या बढ़ा दी जाएगी। आने वाले तीन माह बाद यह ट्रेनों में लगना शुरू हो जाएंगे।
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ट्रेनों के कोच के हैंडल का इस्तेमाल अधिक होता है। यात्रियों को चढ़ने या उतरने में इसका सहारा लेना ही पड़ता है। इस कारण हैंडल से लोगों के संक्रमित होने के ज्यादा चांसेस होते हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इन कोचों के हैंडल को इन्हें कॉपर कोटेड बनाया जा रहा है। टाइटेनियम डाई ऑक्साइड कोटिंग वाली सीटें भी लगाई जा रही हैं। क्योंकि सीटों को सुरक्षित करना सबसे जरूरी हो गया है।
गौरतलब है कि एक यात्री ट्रेन जब अपने शुरआती स्टेशन से अंतिम स्टेशन तक चलती है तब उस सीट पर दर्जनों यात्री बैठते और उठते रहते हैं। इस तरह बीच में उक्त सीट को पूरी तरह सैनेटाइज करना भी मुश्किल होता है। जब कॉपर कोटिंग वाली सीटें लगाई जाएंगी तो संक्रमण का खतरा और बढ़ जाएगा।
यह भी है खास :-:
-हैंड्सफ्री सुविधाओं, तांबे की कोटिंग वाले हैंडल और कुंडी, प्लाज्मा वायु शोधन और टाइटेनियम डी-ऑक्साइड कोटिंग के साथ कोच बनाया गया है।
-इस में हाथ से चलने वाले पानी के नल और साबुन निकालने की मशीन, पैर से संचालित शौचालय के दरवाजे, पैर से संचालित फ्लश वाल्व, वॉशबेसिन के बाहर पैर से संचालित पानी के नल और साबुन की मशीन जैसी सुंदर सुविधाएं शामिल हैं।
फिलहाल यह है व्यवस्था :-: