यूक्रेन में हालात बेहद गंभीर है, भारतीय जैसे-तैसे जान बचाकर लौट रहे हैं। वहीं यूक्रेन में रहने वाले कई भारतीयों ने अपने पालतू जानवरों को वहां छोड़ना मुनासिब नहीं समझा। वे उसे अपने साथ लेकर आ गए। कई भारतीय अपने साथ बिल्ली तो कोई कुत्ते को लेकर भारत के हिंडन एयरपोर्ट (hindon airbase) पर उतरा। यह दिल्ली में एयरफोर्स का एयरपोर्ट है। गौतम नाम के एक भारतीय छात्र हिंडन एयरबेस पर पहुंचा तो उसके साथ में पालतू बिल्ली थी। चार माह से यह उसके साथ रह रही थी। हालात बिगड़ने के बावजूद उसने अपने साथ बंकर में रखा और उसका ध्यान रखा। वो अब उसे अपने साथ भारत लेकर आ गया है।
कुत्ते को बचाकर लाई तनुजा
इधर, मध्यप्रदेश के इटारसी की रहने वाली तनुजा भी भारत पहुंच गई। वो अपने साथ यूक्रेन के पोलतवा से डॉगी सुंडू को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची। अब वो अपने पालतू डॉग के साथ इटारसी आने के प्रयास कर रही है।
आड़े आ रहा नियम
यूक्रेन के पोलतवा से डॉगी सुंडू को लेकर तनुजा गुरुवार को दिल्ली तक पहुंच गई। लेकिन इटारसी तक ट्रेन से आने के लिए रेलवे के नियम आड़े आ रहे हैं। रेलवे के अनुसार किसी भी डॉगी को केवल गार्ड के डिब्बे में बने बॉक्स में रखकर लाने की अनुमति है। बहुत जरूरी है तो एसी का पूरा कूपे बुक कराना पड़ेगा। तनुजा के मामा मनोज ने बताया कि विदेशी नस्ल का डॉगी सुंडू एसी में ही रह सकता है। इसलिए दिल्ली से इटारसी तक का 24 घंटे का सफर एसी में ही डॉगी को लेकर करना होगा। ऐसे में डॉगी को लेकर एसी कूपे बुक कराने पर कम से कम 15 से 20 हजार रुपए प्रति यात्री के हिसाब से देनी होंगे।