राजधानी भोपाल के ऐशबाग क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए प्रतिबिंधित संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (JMB) के चार आतंकियों को एटीएस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया था। इस दौरान कोर्ट परिसर और बाहर तक भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। इन आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई थी। इन्होंने इस सामग्री को बांटना कबूल किया है। चार में से तीन आतंकी बांग्लादेश के हैं और एक बिहार का रहने वाला है।
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आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट, स्पेशल टीम करेगी जांच
एटीएस की पूछताछ में अब कई नए खुलासे हो सकते हैं। प्रदेश सरकार ने इस आतंकवादी संगठन के अन्य शहरों में नेटवर्क के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) गठित कर रही है। यह एसआइटी आतंकवादी संगठन के माड्यूल की जांच करेगी। गृह विभाग ने भी संदिग्धों की पहचान के लिए सभी जिलों और थानों को पड़ताल करने को कहा है। गौरतलब है कि इन आतंकियों के पास से एटीएस को जेहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कई संदिग्ध दस्तावेज भी मिले हैं।
पांच साल के लिए है प्रतिबंध
केंद्र सरकार ने जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश संगठन (जेएमबी) पर 2019 में प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध पांच साल के लिए है। जेएमबी ने पश्चिम बंगाल के वर्धमान में ब्लास्ट किया था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 2018 में बोधगया में भी इसी संगठन ने ब्लास्ट किया था। प्रतिबंध के बाद जेएमबी देश में अलग-अलग जगह अपने स्लीपर सेल चला रहा है।