छिंदवाड़ा कमलनाथ का गृह जिला होने के साथ ही भाजपा के लिए अभेद किला भी है। इस बार भाजपा इस किले में सेंध लगाना चाहती है। कमल का फूल खिलाने के लिए भरसक प्रयास हो रहे हैं। भाजपा द्वारा की जा रही घेराबंदी के मामले में जब कमलनाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी यहां आए थे, क्या हुआ सभी को पता है। छिंदवाड़ा की सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ही चुनाव जीती थी। यह तो रिकार्ड है। छिंदवाड़ा में चुनाव जनता और भाजपा के बीच होता है। छिंदवाड़ा की जनता पर मुझे विश्वास है। कोई आए, कोई जाए, ये विश्वास कायम रहेग।
सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा छिंदवाड़ा जिला में कुल सात विधानसभा सीटें हैं, पिछले विधानसभा चुनाव में यहां सभी सीटें कांग्रेस जीती थी। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट भी कांग्रेस के खाते में ही रही है। वर्ष 1997 के लोकसभा उप चुनाव में यहां भजापा को जीत मिली थी। वर्ष 2029 के चुनाव में जब मध्यप्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना पड़ा, वहां छिंदवाड़ा ही एक मात्र ऐसी लोकसभा सीट रही जहां कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव जीता। यहां से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद है।