30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कमलनाथ के वफादार दोस्त ने दिया इस्तीफा, दीपक सक्सेना के बेटे भाजपा में

lok sabha elections 2024- लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ ही कमलनाथ को भी बड़ा झटका...। पूर्व मंत्री एवं कमलनाथ के प्रतिनिधि दीपक सक्सेना ने बेटे के साथ छोड़ दी कांग्रेस...। बेटा गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गया है।

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

Manish Geete

Mar 21, 2024

deepak-saxena.png

Deepak Saxena resigns from Congress- मध्यप्रदेश में कांग्रेस के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी बड़ा झटका लगा है। कमलनाथ के वफादार, विश्वासपात्र, दोस्त माने जाने वाले दीपक सक्सेना ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। दीपक सक्सेना वो ही व्यक्ति हैं जिन्होंने 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अपनी सीट कमलनाथ के लिए खाली कर दी थी। दिग्विजय शासन काल में मंत्री भी रहे दीपक सक्सेना ने पिछले दिनों कांग्रेस में उपेक्षा के आरोप लगाए थे। तभी माना जा रहा था कि वे कांग्रेस छोड़ देंगे।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी है। छिंदवाड़ा के प्रभावशाली नेताओं में शामिल दीपक सक्सेना ने कांग्रेस छोड़ दी है। गुरुवार को उनके बेटे भाजपा के साथ जा रहे हैं। भोपाल में वे सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। माना जा रहा है कि दीपक सक्सेना भी कभी भी भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। छिंदवाड़ा से मिली खबरों के मुताबिक दीपक सक्सेना फिलहाल छिंदवाड़ा में हैं। उनका कहना है कि अभी कमलनाथजी से बात हुई है। आगे देखते हैं क्या होता है।

पूर्व मंत्री एवं कमलनाथ के विधायक प्रतिनिधि रहे दीपक सक्सेना ने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफा दे दिया। दीपक सक्सेना ने लिखा है कि जीतू भाई मैं 1974 से कांग्रेस का सदस्य रहा हूं। सन 1990 से 7 बार विधानसभा चुनाव लड़ा और कॉआपरेटिव बैंक का अध्यक्ष रहा। दिग्विजय सिंह के साथ कांग्रेस कमेटी में सह सचिव पद पर भी रहा। मुझे किसान परिवार के छोटे व्यक्ति को जो दायित्व दिया गया था, उसके लिए मैं ऋणी रहूंगा।


इससे पहले भोपाल में सुबह नागौद के पूर्व कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सतना के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी सुधीर सिंह तोमर ने भी समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइन कर ली। ये दोनों नेता पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया का समर्थक माना जाता था। यादवेंद्र सिंह वर्ष 2013 से 2018 तक नागौद विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक रहे। 2018 के चुनाव में भाजपा के नागेंद्र सिंह से 1234 वोट से हार गए थे। 2023 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के आश्वासन के बाद आखिरी वक्त में उनका टिकट कट गया था। इसके बाद वे बसपा की टिकट पर मैदान में उतरे, लेकिन 53 हजार 700 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। यादवेंद्र सिंह के अलावा उनकी बड़ी बहू नागौद नगर परिषद की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी भाजपा में शामिल हो गई हैं। उनके अलावा सतना नगर परिषद के अध्यक्ष सुधीर सिंह तोमर ने भी भाजपा का दामन थाम लिया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, न्यू ज्वॉइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश शासन के मंत्री तुलसी सिलावट एवं सतना सांसद गणेश सिंह भी मौजूद थे।

1-यादवेंद्र सिंह--पूर्व विधायक
2-सुधीर सिंह तोमर-- पूर्व नगरनिगम अध्यक्ष सतना
3-पुष्कर सिंह तोमर--पूर्व महापौर सतना
4-रविन्द्र सिंह सेठी--वरिष्ट कांग्रेस नेता
5-रमाकांत शुक्ला--पूर्व सीएमओ सतना
6-यातेन्द सिंह --पूर्व जिला पंचायत सदस्य नागौद
7-संजय सिंह--जिला पंचायत सदस्य सतना
8-देवदत्त सोनी--जिला पंचायत सदस्य मैहर
9-फूल सिंह टेकाम- पूर्व डीएसपी सतना
10-नगेन्द्र सिंह लल्लू --पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष मैहर
11-मोलाई राम चौधरी--पूर्व मन्डी अध्यक्ष मैहर
12-देव राज सिंह पटेल पूर्व सांसद रीवा