script‘सत्ता की देवी’ की शरण में कमलनाथ के मंत्री, सरकार बचाने के लिए किया हवन! | Kamal Nath's minister in the shelter of maa Durga to save the govt | Patrika News
भोपाल

‘सत्ता की देवी’ की शरण में कमलनाथ के मंत्री, सरकार बचाने के लिए किया हवन!

पीसी शर्मा से पहले यहां बीजेपी के गोपाल भार्गव ने करवाया था ‘शत्रुविजय यज्ञ’

भोपालMar 14, 2020 / 01:56 pm

Muneshwar Kumar

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आगर मालवा/ मध्यप्रदेश में सरकार पर संकट बरकरार है। ऐसे में कांग्रेस के विधायक राजस्थान से लेकर मध्यप्रदेश तक में भगवान की शरण में हैं। राजस्थान में रुके कांग्रेस के विधायक शुक्रवार को खाटू श्याम जी के मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। उसके बाद सालासर बालाजी मंदिर गए। अब कमलनाथ के मंत्री पीसी शर्मा नलखेड़ा स्थित मंदिर में हवन किया है।
नलखेड़ा स्थित मां बग्लामुखी ‘सत्ता की देवी’ कही जाती हैं। यहां बड़े-बड़े राजनेता पूजा अर्चना के लिए आते हैं। कमलनाथ सरकार में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने यहां पहुंचकर पूजा अर्चना की। उसके बाद नलखेड़ा मंदिर के पंडितों ने उनका हवना करवाया। मंदिर परिसर में पीसी शर्मा ने विशेष हवन वहां किया। इस दौरान पंडितों की पूरी टीम वहां मौजूद थी।

गोपाल भार्गव ने भी यहां किया था यज्ञ
इसके साथ ही कुछ दिन पहले नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी यहां महीने की शुरुआत में शत्रुविजय यज्ञ किया था। भार्गव आगर मालवा में रैली के लिए गए थे। रैली करने के बाद उन्होंने वहां जाकर हवन किया था। कहा जाता है कि सत्ता की देवी जिसके ऊपर मेहरबान होती हैं, उसकी सत्ता प्रदेश में बरकरार रहती है। देश के दूसरे हिस्सों से भी यहां नेता पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।

देवेंद्र फडणवीस के घर जाते हैं यहां के पंडित
नलखेड़ा स्थित मां बग्लामुखी मंदिर के पंडित महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर भी जाते हैं। महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के दौरान यहां के पंडित वहां हवन करवाने गए थे। फडणवीस से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह भी यहां पूजा के लिए आए थे। जय शाह इंदौर में मैच के लिए यहां पहुंचे थे।

क्या है समीकरण

दरअसल, मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद उनके 22 समर्थक विधायकों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। जिसमें से 19 विधायक बेंगलुरू में रुके हैं। इन सभी लोगों ने अपना इस्तीफा बीजेपी नेताओं के जरिए विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है। हालांकि अध्यक्ष का कहना है कि इन सभी विधानसभा में सशरीर उपस्थित होना होगा।
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