इसलिए उसके समय प्रबंधन और बेहतर प्लानिंग से ही सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। स्टूडेंट ने जो भी तैयारी की है, उसे एग्जाम में सही ढ़ंग से प्रस्तुत करना होता है। लास्ट टाइम में स्टूडेंट्स घबरा जाते हैं, इससे पेपर में निगेटिव असर होता है। स्मार्ट तरीके से आसानी से यह पेपर क्रेक किए जा सकते हैं। इसके लिए स्टूडेंट्स को एग्जाम के पहले पूरे सिलेबस के बजाय सिर्फ इंपोर्टेंट टॉपिक्स का ही रिवाइज करना चाहिए। वरना उनके एग्जाम की तैयारी खराब हो सकती है। मॉक टेस्ट व आरटीपी से ही प्रैक्टिस करना चाहिए। एग्जाम देने से पूर्व सकारात्मक सोच के साथ अपनी पूर्ण क्षमता से परीक्षा देने जाएं।
1- शॉर्ट नोट्स जरूर बनाएं एग्जाम के समय में आपको शॉर्ट नोट्स काफी मददगार होते हैं, बशर्ते आपने उन्हें पूर्व में अपनी समझने योग्य भाषा में तैयार किया हो। बात करें प्रैक्टिकल एग्जाम की तो इलस्ट्रेशन से संबंधित जरूरी एडजस्टमेंट के आप शॉर्ट नोट्स तैयार कर सकते हैं, जिनका आप केवल एग्जाम समय में देखने मात्र से रिवीजन कर सकते हैं। वहीं अगर थ्योरी पेपर की बात करें, तो महत्वपूर्ण पॉइंट्स के शॉट्र्स आप अपनी भाषा में बना सकते हैं, जिससे 6 से 8 पॉइंट्स वाले उत्तर आपकी टिह्रश्वस पर रहेंगे और रिवीजन बेहद ही कम समय में कर पाएंगे।
2- रिवीजन के लिए भी सुनियोजित तरीका अपनाएं रिवीजन कैसे करना है, यह एक महत्वपूर्ण सवाल होता है। आपको रिवीजन का क्रम उस हिसाब से रखना चाहिए कि जो चैह्रश्वटर आपको अच्छे से आते हैं, उन्हें जल्दी से निपटा लें या जो चैह्रश्वटर छोटे-छोटे हैं, उन्हें भी पहले निपटाएं, इससे आपको पता लगेगा कि कितने चैह्रश्वटर का रिवीजन कर लिया है। इससे आपको एक आत्मविश्वास आएगा और आगे करने वाली तैयारी में मदद मिलेगी और आप बेहतर ढंग से रिवीजन कर पाएंगे।
3- मॉक टेस्ट व रिवीजन टेस्ट पेपर्स सॉल्व करें मॉक टेस्ट और रिवीजन टेस्ट पेपर्स को सॉल्व करने पर आप पाएंगे कि जैसे प्रश्न आपने हल किए हैं उनसे मिलते-जुलते प्रश्न अगर एग्जाम में देखने मिल जाते हैं तो उन्हें सॉल्व करने में बहुत कम समय लगेगा और आपके अंदर आत्मविश्वास भी जागृत होगा और बेहतर ढंग से पेपर हल कर पाएंगे।
4- रोज का टारगेट सेट करें और उसे पूरा करें एग्जाम समय में प्रतिदिन का टारगेट सेट करके उसके अनुसार चैह्रश्वटर्स को कवर करना जरूरी है। अगर टारगेट सेट नहीं होगा तो पाठ्यक्रम की कुछ चीजें रिवीजन में छूट सकती है।
एग्जा्स की डेट्स
सीए इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 ग्रुप-1: 3, 5 और 7 मई को होगी।
सीए इंटरमीडिएट परीक्षा ग्रुप-2 9, 11 और 13 मई को होगी।
सीए फाइनल ग्रुप-1: 2 से 6 मई तक होगी।
सीए फाइनल ग्रुप-2 की परीक्षा 8 से 12 मई।
इंटरमीडिएट: फाइनेंशियल मैनेजमेंट एंड स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट, कोस्ट मैनेजमेंट एडवांस अकाउंटिंग।
फाइनल: डायरेक्ट टैक्स (इनकम टैक्स), इनडायरेक्ट टैक्स (जीएसी एंड कस्टम), एडवांस ऑडिटिंग एंड प्रोफेशनल एथिक्स।
ये भी रखें ध्यान क्वेश्चन के माक्र्स देखें दोनों पेपर में प्रैक्टिकल और थ्योरी बेस्ड प्रश्न पूछे जाते हैं। ऐसे में पहले पूछे गए सवाल के माक्र्स देखें। सवाल जितने नंबर का है, उसी के मुताबिक आंसर लिखें। एक ही प्रश्न 5 नंबर का भी हो सकता है और वहीं 20 नंबर का भी हो सकता है। एग्जामिनर्स माक्र्स अनुसार आंसर की उम्मीद करते हैं। टॉपिक छोटा है, तब भी 4 लाइन में खत्म ना करें।
ढाई घंटे में पेपर खत्म करें एग्जाम में टाइम मैनेजमेंट का ध्यान रखें। एग्जाम में 3 घंटे का समय मिलेगा, जिसमें 100 माक्र्स का पेपर आएगा। ढाई घंटे में पेपर खत्म करने की कोशिश करें। आखिरी आधा घंटा रिविजन और जिन सवालों में अटक गए हैं, उनके लिए छोड़ें। इसके मुताबिक स्टूडेंट्स को एक माक्र्स के लिए डेढ़ मिनट का समय मिलेगा।