खेजड़ा निवासी लक्ष्मी (30) पति प्रेम सिंह केवट को शनिवार रात प्रसव पीड़ा होने पर माता-पिता सुल्तानिया अस्पताल लेकर पहुंचे। प्रसूता की हालत देखते हुए चिकित्सकों ने उसे लेबर रूम में भेज दिया। लक्ष्मी को कई घंटे दर्द होता रहा लेकिन प्रसव नहीं हुआ। सुबह आठ बजे के करीब लेबर रूम में उपस्थित एकमात्र नर्स भी बाहर चली गई।
मेरे सामने हुआ प्रसव, बच्चा सिर के बल गिरा बाल्टी में
लक्ष्मी की मां सुमंत्रा केवट ने बताया कि रात में मैंने कई बार लक्ष्मी से मिलने देने की मिन्नतें की, लेकिन नर्सों ने मना कर दिया। सुबह सवा आठ बजे मैंने देखा कि लेबर रूम में काफी देर से कोई नहीं है। मैं बेटी से मिलने अंदर गई, जैसे ही उसके सिर पर हाथ फेरना शुरू किया प्रसव हो गया और बच्चा सीधे फर्श पर रखी स्टील की बाल्टी में गिर गया।
बच्चे के गिरते ही बाल्टी लुढक़ गई। मैंने बच्चे को बाहर निकाला और शोर मचाया तब नर्सें अंदर आईं। कुछ देर बाद डॉक्टर ने आकर चैक किया और कहा कि बच्चा ठीक है जो हो गया सो हो गया, अब तुम कुछ मत कहना।
हमीदिया और निजी अस्पताल में कराई जांच
दोपहर साढ़े तीन बजे सुल्तानिया से नवजात को एक वाहन से हमीदिया ले जाकर एक्सरे कराया गया। इसके बाद ताजुल मस्जिद के सामने स्थित निजी अस्पताल में ले जाकर अन्य जांचें भी कराई गई। परिजनों को रिपोर्ट नहीं दी गई, बस बता दिया गया कि चिंता की कोई बात नहीं है, बच्चा स्वस्थ्य है। मामले में सुल्तानिया के अधीक्षक से संपर्क करना चाहा, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।