छिंदवाड़ा में नकुलनाथ और कमलनाथ की मुसीबतें लगातार बढ़ रही है। बीजेपी यहां के कई कांग्रेस नेताओं को तोड़ चुकी है और कमलनाथ के सबसे खास दीपक सक्सेना पर भी डोरे डाल रही है। सक्सेना को बीजेपी खुला प्रस्ताव दे चुकी है। रही सही कसर मायावती पूरा कर रहीं हैं। कमलनाथ और नकुलनाथ की चुनावी राह में वे भी कांटे बो रहीं हैं।
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लोकसभा के लिए यहां कांग्रेस के नकुल नाथ से बीजेपी के विवेक बंटी साहू का सीधा मुकाबला है। पिछले कई दिनों से यहां से कांग्रेस के नेता भाजपा में जा रहे हैं। बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई जा चुकी है और अभी भी यह काम चल रहा है।
कमलनाथ के सबसे भरोसेमंद पूर्व मंत्री और छिंदवाड़ा से ही विधायक रहे दीपक सक्सेना को घेरा जा रहा है। उनके एक पुत्र तो बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। दीपक सक्सेना भी कांग्रेस के अपने सभी पदों से त्यागपत्र दे चुके हैं। उन्हें भाजपा में शामिल कराने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है।
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बुधवार को तो सीएम डा.मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय तथा प्रहलाद पटेल के साथ उनके घर पहुंच गए। सीएम ने सक्सेना से अकेले में बात भी की। बाद में सक्सेना ने कहा कि मुझे बीजेपी में आने का ऑफर है पर अभी मैं कमलनाथ के साथ हूं।
बीजेपी नेताओं के अलावा मायावती भी कमलनाथ के लिए समस्या खड़ी कर रही हैं। उन्होंने से छिंदवाड़ा से उमाकांत वन्देवार को बीएसपी यानि बसपा का आधिकारिक प्रत्याशी घोषित कर दिया है। वन्देवार स्थानीय नेता हैं और इलाके में लगातार सक्रिय रहे हैं। बसपा को मिलनेवाले वोट कांग्रेस के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं। विश्लेषकों का कहना है कि यदि वे चुनाव मैदान में टिके रहे तो बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस के ही वोट काटेंंगे।
परिवार का 4 दशकों से कब्जा – गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में MP Lok Sabha Election 2024 सबसे अधिक नजर कमलनाथ, नकुलनाथ और छिंदवाड़ा पर ही है। छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में कमलनाथ और उनका परिवार का 4 दशकों से कब्जा है। इस दौरान बीजेपी केवल एक बार ही जीती है। कांग्रेस के इस गढ़ को जीतने के लिए भाजपा पूरा जोर लगा रही है।