मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के 74 बंगले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बंगला अलाट हो गया है। बी-12 नंबर का यह बंगला मेघराज जैन के नाम आवंटित था।
कंट्रोल रूम भी तैयार
भाजपा की तरफ से वार रूम की तरह कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा रहा है। जहां से भाजपा चुनाव पर नजर रख सकेगी। इसके सात ही सोशल मीडिया का सेंटर भी लगातार काम करेगा।
पूरी राजनीति का केंद्र होगा भोपाल
सूत्रों के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष के भोपाल में शिफ्ट होने के कारण पूरी राजनीति का केंद्र भोपाल बन सकता है। अमित शाह चुनाव तक भोपाल में ही रहेंगे। वे यही से संगठन और चुनावी रणनीति पर नजर रखेंगे।
राजस्थान पर ज्यादा जोर
सूत्रों के मुताबिक आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का ज्यादा ध्यान राजस्थान के चुनाव पर रहेगा। इसके बाद छत्तीसगढ़ और फिर मध्यप्रदेश पर रहेगा। क्योंकि मध्यप्रदेश में भाजपा की स्थिति इतनी खराब नहीं है, जितनी छत्तीसगढ़ और राजस्थान में महसूस की जा रही है। इसलिए माना जा रहा है कि शाह भोपाल से चुनावी गतिविधियां संचालित करेंगे और राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर ज्यादा फोकस करेंगे।
इसलिए बढ़ी भाजपा में खलबली
माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव ज्यादा दिलचस्प होने जा रहे हैं। क्योंकि भाजपा के खिलाफ कई दल महागठबंधन की तैयारी कर रहे हैं। कांग्रेस ने हाल ही में बसपा के साथ हाथ मिलाने के संकेत दिए हैं, वहीं समाजवादी पार्टी के साथ भी जाने से इनकार नहीं किया है। बताया जा रहा है कि वोटों के बिखराव को रोकने के लिए कई दल एक साथ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय से अलग चुनाव वार रूम बनाया जा रहा है। यह इसलिए अलग बनाया गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की टीम, उनका डाटा, विश्लेषण करने वाले लोग, सोशल मीडिया समेत सब अलग-अलग संचालित होता है। इस टीम में गुजरात से लेकर दिल्ली तक के खास लोग शामिल रहते हैं। यह टीम इतनी तगड़ी है कि बूथ स्तर से भी ताजी अपडेट देती रहती है। मध्यप्रदेश में केंद्र इसलिए बनाया जा रहा है कि ताकी छत्तीसगढ़ और राजस्थान जाना यहां से आसान है। जब जरूरत होगी तो भाजपा की केंद्रीय टीम जयपुर, रायपुर या इंदौर का दौरा कर सकते हैं।