अब झाबुआ में होगा उपचुनाव
झाबुआ विधायक डामोर के इस्तीफा देने के बाद तय हो जाएगा कि वहां दोबारा से चुनाव होंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी स्पष्ट कह दिया है कि जीएस डामोर विधानसभा से इस्तीफा देंगे और सांसद बने रहेंगे। मध्यप्रदेश संगठन ने निर्णय लिया है कि झाबुआ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा।
हालांकि भाजपा मध्यप्रदेश में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। क्योंकि भाजपा के विधायक पहले ही कम थे। वैसे डामोर लोकसभा चुनाव जीत गए हैं और झाबुआ-रतलाम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पांच विधानसभा आती हैं। वहां भाजपा का प्रभाव बढ़ा है। इसलिए भाजपा को उम्मीद है कि डामोर से इस्तीफा दिलवाकर दोबारा से उपचुनाव कराया जाए, जिसके बाद भाजपा दोबारा जीतकर आ सके।
विधानसभा का गणित
भारतीय जनता पार्टी को केंद्र में सांसद से ज्यादा मध्यप्रदेश में विधायकों की जरूरत है। प्रदेश में भाजपा के पास सत्ता पक्ष से 7 विधायक कम हैं। यदि डामोर विधायकी छोड़ते हैं तब भाजपा के 108 विधायक रह जाएंगे। कांग्रेस के पार 113 विधायक हैं, जबकि सरकार को निर्दलीय, सपा, बसपा समेत 120 विधायको का समर्थन प्राप्त है। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ भी विधानसभा के आगामी सत्र में शपथ ले लेंगे, तब वे भी विधायक हो जाएंगे। इसके बाद मध्यप्रदेश में कम सीटों के बावजूद राज्य सरकार के ऊपर मंडरा रहा खतरा भी टल सकता है। क्योंकि भाजपा के नेता कई बार ऐसे संकेत दे चुके हैं कि सरकार गिर जाएगा।