भोपाल के जिला शिक्षा अधिकारी डी शर्मा ने बताया कि 17 सरकारी स्कूलों में 9 जुलाई से स्पेशल कोचिंग क्लासेज का आयोजन होगा। स्पेशल क्लास में बच्चों के सीनियर अधिकारी पढ़ाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा यह शुरुआत भोपाल के कलेक्टर तरुण पिथोड़े के पहल पर हो रही है। उन्होंने बताया कि बच्चों को अधिकारी गणित, साइंस और अंग्रेजी पढ़ाएंगे।
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मध्यप्रदेश में अब टीचर्स की भी होगी परीक्षा, फेल हुए तो नौकरी से होंगे ‘आउट’! दरअसल, छात्रों को शिक्षकों की कमी की वजह से अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती है। जिसका सीधा असर जब बोर्ड के परिणाम आते हैं, उस पर पड़ता है। इस बार भी मध्यप्रदेश बोर्ड के जो नतीजे आए थे वह सुखद नहीं थे। ऐसे में भोपाल कलेक्टर की यह पहल बच्चों के लिए अच्छा है।
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ध्यप्रदेश में सरकार ने शिक्षकों को दी नकल की ‘छूट’, परीक्षा के दौरान ला सकेंगे एक किताब ऐसा रहा है रिजल्टउम्मीद के अनुसार रिजल्ट नहीं मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा इस बार 16 मई को परीक्षा परिणाम प्रकाशित किए गए। 10वीं 61.32% और 12वीं में 72.37% फीसदी छात्र सफल हुए हैं। इस बार भी लड़कियों के रिजल्ट लड़कों की तुलना में बेहतर रहे हैं। यानी कुल मिलाकर दसवीं करीब चालीस फीसदी तक छात्र फेल हुए। ऐसे में प्रदेश की शिक्षा की स्थिति काफी खराब है।
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सिसोदिया ने दिखाया: MP में बीजेपी के 15 सालों में ऐसा था स्कूलों का हाल, AAP के 4 साल में देखो बदलाव अतिथि शिक्षकों के सहारे हैं क्लासज्यादातर सरकारी स्कूल प्रदेश में अतिथि शिक्षकों के सहारे चल रहा है। कई बार शिक्षकों के शिक्षा पर भी सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि वे छात्रों को कैसे पढ़ाते होंगे। पिछले दिनों कमजोर शिक्षकों के लिए एक टेस्ट भी आयोजित किया गया था। लेकिन ज्यादातर लोग पास नहीं हुए।