गले में पहनते हैं तीन लाख की पतंग
पुराने भोपाल में पतंग व्यापारी लक्ष्मी नारायण खंडेलवाल पंतग के ऐसे शौकीन हैं जिन्होंने सोने की पंतग और चरखी को गले में पहना हुआ है। इसकी कीमत करीब तीन लाख रुपए है। वहीं उन्होंने करीब डेढ़ लाख रूपए की सोने की पंतग इस मकर संक्राति के लिए बनवाई है जो 13 तारीख को मिलेगी। इसे वे कोलार स्थित मंदाकनी मैदान पर पतंगबाजी के आयोजन में लेकर जाएंगे। लक्ष्मीनारायण कहते है कि करीब 40 सालों से पंतगबाजी कर रहा हूं, इसी कारण सोने की चरखी, अंगूठी मे पतंग का शेप, नाखूनों में सोने की पंतग की डिजाइन करवाई है।
विदेशी पतंगें खास
इस बार शहर में देश-विदेश से आईं कई पतंग उड़ाई जाएंगी, जिसमें पाकिस्तान का ‘लुग्घू’, लखनऊ से आया ‘कनकौआ’ और चायना की ‘सुंदरी’ सबसे खास होंगी।
पतंगों में सीएम और महापौर
इस बार भोपाल के लिए खास पतंगें आई हैं। इसमें ‘स्वच्छता में भोपाल बने नम्बर वन हम सब मिलकर करेंगे प्रयत्न’ के स्लोगन के साथ पतंग में सीएम और महापौर दिखाई दे रहे हैं। पतंग बनाने वाले रेहान का कहना है कि इस बार ज्यादातर पतंगें प्रदेश के लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस बार आसमान में रंगबिरंगी पतंगों के साथ लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के संदेश भी मिलेंगे।