दरअसल, सोमवार को भी जूनियर डॉक्टर ऐसोसिएशन के लोग अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें उनकी प्रमुख मांग यह थी कि हॉस्टल के बाउंड्री वॉल की दीवार ऊंची की जाए। क्योंकि इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं घट चुकी हैं। सबसे प्रमुख मांग यह थी कि सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रीट लाइट, कटीली फैंसिंग, खिड़कियों में ग्रिल और सिक्योरिटी अलार्म लगाए जाएं।
ऐसे हुई आरोपी की पहचान
इस मामले में आरोपी लिफ्टमैन की पहचान सोमवार को हो गई है। दरअसल, पीड़ित लड़की को लेकर पुलिस दोपहर तीन बजे हमीदिया परिसर स्थित कमला नेहरू गैस राहत अस्पताल की लिफ्ट में पहुंची। वहां लिफ्टमैन से पुलिस ने सवाल किया इन्हें पहचानते हो। लिफ्टमैन ने जवाब दिया कि नहीं। उसके बाद पुलिस ने एक थप्पड़ लगाया तो उसने कहा कि ये मैडम हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर रहती हैं। फिर पीड़िता उसे देखकर बोलती है कि यही वह लड़का है जो उस रात मेरे में रूम में घुसा था। उसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
दरअसल, पीड़िता गर्ल्स हॉस्टल के ब्लॉक एच में रहती है। शनिवार के दिन सुबह साढ़े चार बजे अचानक हुई आहट से पीड़िता की नींद खुल गई। उसके बाद बदमाश उसके पास ही बैठा हुआ था। इससे पहले कि वह शोर मचाती बदमाश ने उसका मुंह पकड़ लिया और गले पर नुकीला स्क्रूड्राइवर अड़ा दिया। इसके बाद बदमाश ने कमरे से पीड़िता का मोबाइल, लैपटॉप और पंद्रह हजार रुपये ले लिए।
लूट के इरादे से कमरे में घुसा बदमाश ने लड़की को अकेली देख कहने लगा था कि जल्दी कपड़े उतारो। ऐसा नहीं करने पर वह जान से मारने की धमकी दी थी। लेकिन लड़की ने उसे धक्का देकर गिरा दिया और कमरे से बाहर भाग गई। लड़की को शोर मचाता देख आरोपी वहां से भाग गया। इसी घटना के बाद से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर थे।