वहीं दूसरी ओर राजधानी में बारिश पर ब्रेक लगने से लोग उमस से बेहाल हैं। बुधवार को 43.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ ग्वालियर सबसे ज्यादा गर्म रहा। बुधवार को सिर्फ मलाजखंड में छह मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग का कहना है कि आठ जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इसके बाद बारिश की गतिविधियां जोर पकड़ेगी। अभी फिलहाल कोई सिस्टम नहीं बन रहा है। इसके चलते दो-तीन दिन तक तेज बारिश होने की संभावना नहीं है।
आने वाले दो से तीन दिनों तक इसी तरह से उमस और गर्मी में इजाफा होगा। तापमान बढ़ने से लोग गर्मी से बेहाल रहेंगे। हालांकि दो-तीन दिनों के बाद थोड़ी सी नमी आने से तापमान बढ़ने पर लोकल सिस्टम के डेवेलप होने से हल्की बारिश होने की संभावना है।