नया अंदाज, मंच से सीधे जनता के पास
इन दिनों सीएम ने नया अंदाज दिखाना शुरू किया है। सभा के बाद मंच से कूदकर नीेचे उतरते हैं। 2.5 से 3 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर नीचे आते हैं और दौडकऱ वे खुद बैरीकेड खोलकर जनता से मिलने पहुंच जाते हैं। उन्होंने इसके लिए पांच मिनट तय कर रखे हैं।
पहली बार दीपावली पर भी करेंगे सभा
शिवराज दीपावली के दिन भी भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में चार सभाओं को संबोधित करेंगे। रविवार को वे मालथोंन (खुरई), बैरसिया (भोपाल), कुक्षी (धार) और उधमखेड़ी (सारंगपुर) पहुचेंगे। शिवराज ने धनतेरस पर भी 11 चुनावी सभाएं और शाम को भोपाल में लाड़ली बहनों के साथ खरीदारी की थी।
11 अक्टूबर शाम 7 बजे से शुरुआत
आचार संहिता लगने के बाद शिवराज दो दिन के लिए हरिद्वार-ऋषिकेश चले गए। 11 की शाम 6:30 बजे लौटे और शाम 7 बजे भोपाल उत्तर सीट से प्रचार की शुरुआत की। उस दिन उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए बयान दिया, ‘मर भी गया तो जनता की सेवा के लिए राख के ढेर से फीनिक्स पक्षी की तरह फिर जिंदा हो जाऊंगा।’ तब से वे लगातार सभाएं कर रहे हैं।
शुरुआत तीन सभा से हुई थी और अब 8 से 10 सभा हर दिन कर रहे हैं। अब तक 122 विधानसभा सीटों पर पहुंच चुके हैं। यही गति रही तो 15 नवंबर की शाम तक वे 180 सीटों को कवर कर लेंगे।
दिनचर्या ऐसी…विमान में ही करते भोजन
सीएम सुबह नियमित योग-ध्यान करते हैं। हल्का नाश्ता लेते हैं। इसमें अंकुरित अनाज रहता है। इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जरूरी काम निपटाते हैं और सभा के लिए निकल पड़ते हैं। सुबह 8 से 8.30 बजे के बीच उडनख़टोले तक पहुंचना होता है। कार में ही फल खाते हैं। पपीता-अनारदाने पसंदीदा फल हैं। दौडकऱ विमान में सवार होते हैं और शुरू हो जाता है प्रचार का सिलसिला।
हर सभा में एक से डेढ़ घंटा समय दे रहे हैं। वे कहते हैं, ‘मेरी कोशिश है दिन में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचकर संवाद करूं।’ खास यह कि व्यस्त शेड्यूल के बीच विमान में ही भोजन करते हैं। खाने में दाल, हरी सब्जी, दो चपाती लेते हैं। शाम 5-6 बजे के बीच नाश्ता करते हैं।