इसके पहले शिवराज ने ट्विटर पर प्रोफाइल में उन्होंने अपने आपको कॉमन मैन लिखा है, लेकिन उनकी सरकार में मंत्री रहे ज्यादातर नेताओं ने प्रोफाइल नहीं बदली है। वे स्वयं को अब भी मंत्री ही बता रहे हैं। इधर, मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने अपनी प्रोफाइल बदल ली है।
चुनाव के दौरान कई नेता क्षेत्र के साथ सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहे। ऐसा लगा जैसे सोशल मीडिया पर चुनाव लड़ा जा रहा हो, लेकिन इस चुनाव में भाजपा को हार मिली और कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हो गई। इस हार-जीत के चक्कर में कई नेता ऐसे हैं, जो सोशल मीडिया पर अपना प्रोफाइल ही नहीं बदल पाए।
इनके बदले प्रोफाइल
अजय सिंह, जयंत मलैया, भूपेन्द्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा, रामपाल ङ्क्षसह, राजेन्द्र शुक्ल, अजय सिंह, गौरीशंकर बिसेन, विश्वास सारंग, संजय पाठक।
ट्विटर पर मंत्री
शिवराज सरकार में पंचायत मंत्री रहे गोपाल भार्गव के ट्विटर प्रोफइल में वे अभी भी मंत्री हैं। 28 नवम्बर के बाद इन्होंने कोई ट्वीट भी नहीं किया।
ललिता यादव चुनाव हार गईं, लेकिन वे ट्विटर पर अपना परिचय मंत्री के रूप में ही दे रहीं हैं।
इनका नारा अभी भी 200 पार
स्वास्थ्य मंत्री रहे रुस्तम सिंह चुनाव हार गए, फिर भी इनके ट्विटर प्रोफाइल हैडर पर लिखा है ‘फिर रुस्तम, फिर शिवराज, अबकी बार 200 पार’। इन्होंने प्रोफाइल पर भी स्वयं को कैबिनेट मंत्री लिखा हुआ है। शहरी विकस मंत्री माया सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया, लेकिन ट्विटर प्रोफाइल पर इनका परिचय शहरी विकास विभाग की मंत्री के तौर पर दर्ज है।