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भोपाल

कूनो नेशनल पार्क में फिर गूंजी किलकारी, चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया

cheetah project- चीता स्टेट में फिर तीन शावकों का जन्म….। भारतीय भूमि पर लगातार बढ़ रही है चीतों की संख्या…।

भोपालJan 23, 2024 / 12:21 pm

Manish Gite

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श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में चीतों का जन्म।

cheetah project. भारतीय जमीन पर एक बार फिर चीतों का जन्म हुआ है। नामीबिया से भारत लाई गई चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है। इससे पहले नामीबिया से आई चीता आशा ने भी शावकों को जन्म दिया था। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इन चीतों का वीडियो शेयर कर खुशी व्यक्त की है।

मंगलवार की सुबह कूनो नेशनल पार्क से अच्छी खबर आई है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर नए चीतों के जन्म की खुशखबरी बताई है। उन्होंने बताया कि कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाई गई चीता ज्वाला ने तीन नए शावकों को जन्म दिया है। इससे कुछ दिन पहले आशा ने भी तीन नए शावकों को जन्म दिया था। इससे पहले भी 24 मार्च 2023 को मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से तीन शावकों की मौत हो गई थी। चार में से एक शावक जीवित है और कूनो में बड़ा हो रहा है।

भूपेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि कूने के नए शावक। ज्वाला नाम की नामीबियाई चीता ने तीन शवाकों को जन्म दिया। यह खबर नामीबियाई चीता आशा की ओर से अपने शावकों को जन्म देने के कुछ ही सप्ताह बाद आई है। देशभर के सभी वन्यजीव अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं और वन्यजीव प्रेमियों को बधाई। भारत में इसी तरह से वन्य जीव फले और फूले।

एक माह में 6 शवकों का जन्मटाइगर स्टेट के साथ ही मध्यप्रदेश चीता स्टेट भी है। भारत में लुप्त हो चुके चीतों को मध्यप्रदेश में बसाया गया है। दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए चीतों में से कुछ की तो मौत हो गई, जबकि कुछ चीतों ने भारतीय भूमि पर जन्म लिया है। एक माह में दो बार मध्यप्रदेश को यह खुशखबरी मिली है। इससे पहले 3 जनवरी को माता चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। जबकि अब चीता ज्वाला ने 3 नए शावकों को जन्म दिया है। ऐसे में एक माह में कूनो नेशनल पार्क में 6 नए चीतें आ गए हैं। इससे यह माना जा रहा है कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से आए चीतों ने खुद को कूनो नेशनल पार्क के वातावरण को ढाल लिया है।

 

https://twitter.com/ANI/status/1749627929406099463?ref_src=twsrc%5Etfw

17 फरवरी को लाए गए थे चीते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर सबसे पहले 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीते छोड़े गए थे। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते कूनो जंगल में लाकर छोड़े गए थे। कूनो जंगल में कुल 20 चीते लाए गए थे, इनमें से छह चीतों की मौत हो गई है। कूनो जंगल में अभी कुल 14 बड़े चीते बचे हुए हैं और एक शावक है। वहीं, तीन नए शावकों के जन्म के बाद कूनो में चीतों का कूनबा बढ़ गया है।

 

सीएम बोले- प्रदेशवासी आनंदित हैं

इधर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी ट्वीट कर नए मेहमानों का स्वागत किया है। यादव ने अनपे ट्वीट संदेश में कहा है कि कूनो में नए महमानों का स्वागत है…। नामीबियाई चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से भारत में चीता की सुखद वापसी हुई है, जिसमें मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना। नए मेहमानों के लिए मध्यप्रदेशवासी हर्षित एवं आनंदित हैं।
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