क्या है पोस्ट ऑफिस की स्कीम
पोस्ट ऑफिस में मिलने वाली इस स्कीम को नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) के नाम से जाना जाता है। भारत सरकार की ओर से जारी एक छोटी बचत लाभ योजना है। इसे डाकघर द्वारा क्रियानवित किया जाता है। इस योजना की खास बात ये है कि, इस योजना से जुड़ने के लिए आप इसमें सौ रुपए भी निवेश कर सकते हैं। जिस तरह नोट 100, 500, 2000 के होते हैं, उसी प्रकार NSC के सर्टिफिकेट भी 100, 500, 1000, 5000 के होते हैं। इसमें निवेश करने की कोई सीमा नहीं होती। आप अपनी क्षमता के मुताबिक कितनी भी धनराशि का एनएससी खरीद सकते हैं। आपको बता दें कि सेविंग बैंक खाते में फिलहाल 4 फीसदी ब्याज मिलता है। वहीं, एनएससी में निवेश करने पर आपको 8 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है, यानि दोगुना।
कोन है निवेश का पात्र
भारत की नागरिकता रखने वाला हर व्यक्ति इस योजना से जुड़कर निवेश कर सकता है। आप अपने बच्चों के नाम पर भी एनएससी खरीद सकते हैं। इन सर्टिफिकेट की मैच्योरिटी अवधि 5 साल होती है। ब्याज हर साल जुड़ता है और कपांउड इंटरेटस्ट लगने से आपकी जमा धनराशि लगातार बढ़ती रहती है। आपके द्वारा लगाई गए 100 रुपए की राशि 5 साल बाद 144 रुपए हो जाएगी। यहां गौर करने वाली बात ये है कि, टैक्स पर छूट केवल 1.5 लाख तक के निवेश पर ही मिलती है। योजना की सबसे संतुष्टात्मक बात ये है कि, ये सरकारी है। यानी आपका जमा पैसा पूरी तरह सुरक्षित तो है ही, साथ ही योजना के तहत जिन चीजों का वादा किया गया है उतना रिटर्न तो मिलेगा ही।
कहां से खरीदे जा सकते हैं सर्टिफिकेट
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के माध्यम से आप लंबी अवधि का निवेश कर सकते हैं। इसके जरिए एक निश्चित ब्याज दर पर निवेशक को रिटर्न मिलता रहता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट आप अपने नजदीकी डाकघर से खरीद सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदना एक सरल प्रक्रिया है। इसके लिए बस आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों की ज़रूरत होगी। फॉर्म के जरिए अपनी जानकारी देनी होगी, जिसमें आपको नाम और निवेश की राशि के बारे में बताना होगा। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने के लिए आपको सपोर्टिंग दस्तावेज की जरूरत पड़ सकती है। आप नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट चेक या फिर कैश के जरिए खरीद सकते हैं। इसमें चेक से भुगतान करने पर खाता तभी खुलेगा जब चेक का भुगतान सफल हो जाएगा।
इतनी आयु वर्ष के लोग खरीद सकते हैं सर्टिफिकेट
इस सर्टिफिकेट की मेच्योरिटी कम से कम 5 साल होती है। अच्छी बात ये है कि अगर आप कुछ शर्तों को पूरा करते हैं तो 1 साल की परिपक्वता अवधि के बाद खाते की राशि को निकाल सकते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में ब्याज दर हर 3 महीने में बदली या निर्धारित की जाती हैं, इसलिए निवेशक को घटते बढ़ते ब्याज दरों के साथ निवेश की राशि भी बदलते रहने का मौका मिल जाता है। साथ ही, इसमें दो वयस्क ज्वाइंट स्कीम के जरिए भी निवेश कर सकते हैं।
टैक्स छूट के साथ ये फायदे भी
इस योजना की खास बात ये भी है कि, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट खरीदने पर आपको टैक्स सेविंग का विकल्प भी मिलता है। आयकर अधिनियम 80C के तहत आपको टैक्स में छूट का लाभ मिलता है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश करने पर आपका टीडीएस नहीं कटता। इसमें आप तय समय से पहले जमा धनराशि भी निकाल सकते हैं, लेकिन उसके लिए आपको डाकघर को कुछ पेनाल्टी देनी होगी। इस सर्टिफिकेट के माध्यम से बैंक या फाइनेंस कंपनियों से आसानी से लोन भी मिल जाता है।