सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया, लेकिन व्यवस्था में गड़बड़ी के चलते सुबह 9.30 बजे के बजाय 11 बजे टीकाकरण शुरू हुआ। तब तक लोगों का धैर्य ऐसा टूटा कि सबसे पहले वैक्सीन के लिए वे टूट पड़े। किसी तरह अधिकारियों ने समझाया कि सिर्फ उन्हीं 100 लोगों को टीका लगेगा, जिनके स्लॉट बुक हैं।
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लोग परेशान भी हुए
दो बच्चों के साथ पहुंची ममता सिकरवार ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि महज 100 लोगों को ही टीका लगना है। यहां सुबह से खड़ी हुई हूं, लेकिन कोई कुछ नहीं बता रहा। दरअसल, गड़बड़ी विभागीय अधिकारियों की वजह से हुई। मंगलवार सुबह तक तय नहीं हो सका था कि टीकाकरण प्रक्रिया कैसे होगी। सेंटर पर भी जानकारी देने की व्यवस्था नहीं थी।
आज से 100 लोगों को लगेगा टीका
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि गुरुवार को भी 18 वर्ष से अधिक के 100 लोगों को टीका लगेगा। कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन के बाद स्लॉट मिलने के बाद ही सेंटर पर पहुंचे।
सीएमएचओ ने खुद लगाई टेबल-कुर्सी
डॉ. प्रभाकर तिवारी वहां पहुंचे और व्यवस्था बनाई। उन्होंने सेंटर में बैठे कर्मचारियों को फटकारते हुए टेबल-कुर्सी कमरे के बाहर लगाई। इसके बाद टीकाकरण शुरू हो सका।
5.16 करोड़ और डोज
सीएम ने सागर, जबलपुर, उज्जैन व ग्वालियर के युवाओं से चर्चा में कहा, हमें 5 करोड़ 16 लाख डोज की जरूरत है। दो कंपनियों को आपूर्ति के आदेश के साथ विदेशी कंपनियों से भी बात चल रही है।