पिछले 5 दिनों में प्रति लीटर ऐसे आया परिवर्तन(Bhopal Rate): दिनांक — पेट्रोल रेट — अंतर — डीजल रेट — अंतर
21मई2018 — ₹ 82.17 — ₹ 0.34 — ₹ 71.38 — ₹ 0.26
20मई2018 — ₹ 81.83 — ₹ 0.34 — ₹ 71.12 — ₹ 0.28
19मई2018 — ₹ 81.49 — ₹ 0.3 — ₹ 70.84 — ₹ 0.24
18मई2018 — ₹ 81.19 — ₹ 0.3 — ₹ 70.60 — ₹ 0.31
17मई2018 — ₹ 80.89 — ₹ 0.22 — ₹ 70.29 — ₹ 0.23
वहीं यदि कीमत बढ़ोतरी के पिछले सात दिन के आंकड़े देखें तो 14 मई को भोपाल में पेट्रोल 80.22 रु. प्रति लीटर बिका था। यानी 21 मई तक इसके दाम 1.95 रु. बढ़ गए। वहीं डीजल 69.42 रु. लीटर था, जो अब 1.96 रु. तक महंगा हो चुका है।
दिल्ली में जहां पेट्रोल 76.24 रु. का हो गया वहीं भोपाल में इसके दाम 81 रुपए से भी उपर चल रहे हैं। पिछला रिकॉर्ड 14 सितंबर 2013 का था, जब कीमत 76.06 रु. थी। तब क्रूड 112 डॉलर/बैरल था। जो अभी 80 डॉलर के करीब है। कंपनियां इंटरनेशनल बेंचमार्क रेट के हिसाब से दाम तय करती हैं। 24 अप्रैल को पेट्रोल का बेंचमार्क रेट 78.84 डॉलर/बैरल था। यह 7.8% बढ़कर 84.97 डॉलर हो गया है।
पेट्रोल- 82.17 रुपए प्रति लीटर
डीजल- 71.38 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी नौ बार बढ़ाई, एक बार घटाई…
नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के दौरान जब क्रूड ऑयल के दाम घट रहे थे, सरकार ने 9 बार में पेट्रोल पर 11.77 रु. और डीजल पर 13.47 रु. एक्साइज बढ़ाई थी। जबकि क्रूड महंगा होने पर सिर्फ एक बार, अक्टूबर 2017 में ड्यूटी 2 रु. प्रति लीटर घटाई। वहीं इसी बीच रविवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने संकेत दिए कि पेट्रोल-डीजल पर ड्यूटी कम नहीं होगी।
पेट्रोल व डीजल के दामों में आ रहे तेज परिवर्तन को लेकर कई जानकार इसे कर्नाटक चुनाव का प्रभाव भी मानते हैं। उनके अनुसार चुनाव तक इस रेटों में ज्यादा छेड़छाड़ नहीं की गई।
– कंपनियों ने कर्नाटक चुनाव के दाैरान 24 अप्रैल के बाद 19 दिनों तक दाम नहीं बढ़ाए। 12 मई को वोटिंग हुई। 14 मई से कीमतें बढ़नी शुरू हुईं। – तेल कंपनियां मार्जिन कर्नाटक चुनाव से पहले के स्तर पर ले गईं तो पेट्रोल 4.55 रु. तक और डीजल 4 रु. तक महंगा होगा।