वहीं जानकारों के अनुसार पेट्रोलियम कंपनियों को कर्नाटक चुनाव Effects of Karnataka Election on Petrol Price से पहले का मार्जिन हासिल करने के लिए पेट्रोल में चार रुपये से 4.55 रुपये तक और डीजल में साढ़े तीन से चार रुपए तक की बढ़ोतरी करनी होगी।
इस बीच, बृहस्पतिवार को पेट्रोल में 22 पैसे प्रति लीटर की मूल्य वृद्धि के कारण भोपाल में इसकी कीमत 80.89 रुपये हो गई, जो पांच साल का उच्चतम स्तर है।
चुनाव खत्म होने के बाद से पेट्रोल में 69 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 86 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जा चुकी है। इसके बावजूद पेट्रोलियम कंपनियों को प्रति लीटर 2.70 रुपये का न्यूनतम मार्जिन भी नहीं मिल रहा है। इसके मद्देनजर उनका कहना है कि आने वाले हफ्तों में पेट्रोल में साढ़े चार रुपये और डीजल में चार रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी Effects of Karnataka Election on Petrol Price करनी होगी।
19मई2018 — ₹ 81.49 — ₹ 0.30
18मई2018 — ₹ 81.19 — ₹ 0.30
17मई2018 — ₹ 80.89 — ₹ 0.22
16मई2018 — ₹ 80.67 — ₹ 0.15
15मई2018 — ₹ 80.52 — ₹ 0.16
14मई2018 — ₹ 80.36 — ₹ 0.18
पहले हमें अच्छे दिनों का सपना दिखाया साथ ही विपक्ष में होते हुए महंगाई का विरोध किया अब सत्ता में आते ही अपना भी उसी तरह से सरकार चलाना गलत है। पेट्रोल के दामों में हर रोज बढौतरी हो रही है, और अब तो अचानक 4 रूपए तक बढ़ने की बात सामने आ रही है। आम आदमी इतना पैसा कहा से लाएगा।
– मुकेश गोयल, निजी व्यवसायी
– विजय शर्मा, निजी कंपनी में कार्यरत
– अमित शुक्ला, दुकानदार अब अचानक पेट्रोल दामों में वृद्धि कहीं न कहीं कर्नाटक चुनावों Effects of Karnataka Election on Petrol से जुड़ी दिखती है। कहीं इसी कारण तो इस इजाफे को अब तक नहीं रोक रखा था। लेकिन जो भी हो यदि रेट बढ़ते हैं तो ये गलत होगा। आम आदमी की मुश्किलें बढ़ने के साथ ही महंगाई भी बढ़ेगी।
– अमित सिंह, छात्र