आगे की प्लानिंग समझाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद आलोक संजर और विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह को सीधे फोन करके इस माह के अंत तक की प्लानिंग समजाई है। दरअसल पांच माह बाद 2018 में मध्यप्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनावों और अगले साल 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों को देखते हुए प्रधानमंत्री सीधे मध्यप्रदेश के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। मोदी ने दोनों नेताओं से कहा कि सबका साथ, सबका विकास कभी नहीं भूलना है। उन्होंने स्वच्छता अभियान को लेकर भी लोगों को प्रेरित करने के लिए बल दिया।
भोपाल सांसद आलोक संजर के पास बुधवार को 10.30 बजे आया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन।
फोन कॉल की पहले से थी तैयारी
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नेताओं से 11 अप्रैल को ज्योतिबा फूले और 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर जयंती के मौके पर महापुरुषों का सम्मान करने और दलितों के बीच जाकर उनका दुःख-दर्द सुनने को भी कहा।
24 को सभी सांसदों और विधायकों से करेंगे बात
मोदी ने कहा कि 24 अप्रैल को ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत वे जबलपुर के एक गांव में जाने वाले हैं। वहां से वे वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सभी सांसदों और विधायकों से बातचीत करेंगे।
और क्या-क्या बोले प्रधानमंत्री
-इससे पहले सुबह 10.30 बजे से 12 बजे के बीच प्रधानमंत्री के फोन काल का कार्यक्रम तय था। इसमें कई नेताओं से कहा गया था कि वे कवरेज एरिया में रहें और फोन को चार्ज करके रखे। कभी भी प्रधानमंत्री का फोन आपके पास आ सकता था। हुआ भी ऐसा ही कई नेताओं ने अपने फोन को तैयार करके रखा था। सुबह ठीक 10.30 बजे प्रधानमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से बात करना शुरू किया। दलित पार्टी के प्रति गुस्से को कम करने और 14 अप्रैल को बाबा साहेब जयंती पर दलितों और जनता से मिलने और सरकार की योजनाओं के बारे में बताने को कहा और फीडबैक लें और नाराजगी दूर करें।
प्रधानमंत्री के साथ हुई वार्तालाब के बाद सांसद ने बताया कि हमारे नेता से बात कर काफी प्रेरणा मिली। संजर ने बताया कि 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले जयंती, 14 अंडेबकर जयंती, 24 अप्रैल ग्राम स्वराज अभियान और 30 अप्रैल को आयुष्मान भारत लागू होने की योजना के बारे में भी चर्चा की।
-मोदी के निर्देश के बाद हम एक गांव में जाएंगे, जहां जनता से मिलकर उन्हें सरकार के कामकाज के बारे में बताएंगे।