पूर्व में इसके पहले लगातार टल रहे प्रतिमा के अनावरण से खफा महापाैर आलाेक शर्मा ने नगर निगम प्रशासन काे प्रतिमा के अनावरण के लिए 72 घंटे का समय दिया था। उन्हाेंने कहा था कि इस समय सीमा में प्रतिमा का अनावरण नहीं किया गया ताे खुद प्रतिमा का अनावरण कर देंगे। हालांकि, महापाैर की ओर से दी गई समय सीमा साेमवार काे ही बीत गई थी, लेकिन उन्हाेंने प्रतिमा का अनावरण नहीं किया।
जिसके बाद रविवार को आर्च ब्रिज के पास रानी कमलापति की प्रतिमा का विरोध और हंगामे के बीच अनावरण कर दिया गया। जिसके बाद से भोपाल में एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है।
इससे पहले कांग्रेसी पार्षद शाबिषता जकी ने आर्चब्रिज के बाहर किया धरना प्रदर्शन कर महापौर का पुतला जलाया। MUST SEE : धरने प्रदर्शन के बीच रानी कमलापति की प्रतिमा का अनावरण, VIDEO भाजपा कांग्रेस आए आमने सामने
वहीं कांग्रेस नेताओं का कहना है कि संस्कृति विभाग से अनुमति नहीं होने के कारण ही कांग्रेस के मंत्री अनावरण समारोह में नहीं पहुंचे। इसके साथ ही रानी कमलापति प्रतिमा की स्थापना में कांग्रेस ने सवाल उठाए।
जबकि रानी कमलापति की प्रतिमा का अनावरण के समर्थन में आए पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि ये विरोध गोंड समाज का अपमान हैं, वे इसे मुद्दा बनाएंगे। साथ ही महापौर आलोक शर्मा ने कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि अर्जुन सिंह की प्रतिमा किस नियम पर लगाई। कांग्रेस को महापौर आलोक शर्मा ने बताया कि उसने किस तरह से लिंक रोड पर अर्जुन सिंह की प्रतिमा को बिना किसी नियम का पालन करके स्थापित किया है। उन्होंने इसका जवाब प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह से मांगा।
राजनीति:
वहीं अनावरण के बाद विवाद के चलते महापौर आलोक शर्मा मिंटो हॉल परिसर में गांधी प्रतिमा के पास भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ धरने प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। इस दौरान धरने पर बैठे कांग्रेस को सद्बुद्धि देने के भजन गा रहे हैं।
वहीं अनावरण के बाद विवाद के चलते महापौर आलोक शर्मा मिंटो हॉल परिसर में गांधी प्रतिमा के पास भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ धरने प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। इस दौरान धरने पर बैठे कांग्रेस को सद्बुद्धि देने के भजन गा रहे हैं।
32 फीट ऊंची है प्रतिमा…
: 32 फीट ऊंची इस प्रतिमा काे पिछले साल जून में ही सिंहासन पर स्थापित कर दिया था।
: अष्ट धातु से ग्वालियर में बनी प्रतिमा करीब 12 फीट ऊंचे सिंहासन पर स्थापित की गई है। प्रतिमा की कीमत करीब एक कराेड़ 96 लाख रुपए है।
: प्रतिमा का वजन करीब 17 हजार किलाे है। प्रतिमा के निर्माण में 60 प्रतिशत तांबा, 20 प्रतिशत जस्ता, 10 प्रतिशत टीन, 5 प्रतिशत लैड और 5 प्रतिशत दूसरे मैटल का उपयाेग किया गया है।
: 32 फीट ऊंची इस प्रतिमा काे पिछले साल जून में ही सिंहासन पर स्थापित कर दिया था।
: अष्ट धातु से ग्वालियर में बनी प्रतिमा करीब 12 फीट ऊंचे सिंहासन पर स्थापित की गई है। प्रतिमा की कीमत करीब एक कराेड़ 96 लाख रुपए है।
: प्रतिमा का वजन करीब 17 हजार किलाे है। प्रतिमा के निर्माण में 60 प्रतिशत तांबा, 20 प्रतिशत जस्ता, 10 प्रतिशत टीन, 5 प्रतिशत लैड और 5 प्रतिशत दूसरे मैटल का उपयाेग किया गया है।