इसके अलावा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शिकायतों के निराकरण के लिए केंद्रीयकृत कॉल सेंटर हैं। शिकायतों की स्थिति देखें, तो अप्रेल 2020 से सितंबर 2021 तक 48.45 लाख शिकायतों को निराकृत किया गया है। शिकायतों के निराकरण की औसत अवधि पिछले वर्ष एक घंटा 31 मिनट थी, वह इस साल घटकर एक घंटा 16 मिनट हो गई है।
ऐेसे बचेगी बिजली
कोयला संकट से बिजली कटौती की आशंका भले ही बनी हुई हो, लेकिन बीते पांच साल में एलइडी से हर घर को रोशन करने की कोशिश अब रंग ला रही है। भोपाल में ही 95 फीसदी घरों में अब एलइडी बल्ब हैं। इससे बिजली की बचत के साथ ही लोगों की जेब पर भार कम हुआ है। ऊर्जा विभाग के अध्ययन के अनुसार एलइडी उपयोग से भोपाल में हर घर बिजली का खर्च सालाना 200 यूनिट औसतन घटा है। 2012 में जहां औसतन 400 यूनिट तक खपत का आंकड़ा था, अब वह 150 से 200 यूनिट के भीतर है।