वहीं यदि व्यक्ति पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हो तो उसके लिए ऐसे परिवर्तन कई बार और ज्यादा परेशानी के कारण बन जाते हैं। इन्हीं में से एक बीमारी का नाम है डायबिटीज… जिसके मरीजों को बारिश के मौसम में खास सावधानी रखनी पड़ती है ताकि मौसम का परिवर्तन उनके लिए दिक्कत का कारण न बन सके।
डॉ. राजकुमार के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को ऐसे तो अपनी सेहत का हमेशा ख़ास ख्याल रखना पड़ता है लेकिन मानसून के दिनों में उनकी चिंता और बढ़ जाती है। इस सीजन में डायबिटीज के मरीजों की मुश्किलें काफी बढ़ जाती हैं। आंकड़ों के अनुसार अपने देश में लगभग 6 करोड़ 2 लाख लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं और इसके मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है।
ये हैं डायबिटीज के कारण!
डायबिटीज से पीड़ित होने का मुख्य कारण लोगों का खराब खानपान और खराब लाइफस्टाइल ही है। डॉ. राजकुमार के अनुसार यदि आप पहले से ही डायबिटीज से पीड़ित हैं तो इस बारिश के मौसम में खुद पर ज्यादा ध्यान दें क्योंकि इस समय मौसम में नमी, उमस के कारण फंगस इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए साफ़ सफाई पर विशेष ध्यान रखें और खाने में अधिक से अधिक हेल्दी चीजों को शामिल करें।
डायबिटीज से पीड़ित होने का मुख्य कारण लोगों का खराब खानपान और खराब लाइफस्टाइल ही है। डॉ. राजकुमार के अनुसार यदि आप पहले से ही डायबिटीज से पीड़ित हैं तो इस बारिश के मौसम में खुद पर ज्यादा ध्यान दें क्योंकि इस समय मौसम में नमी, उमस के कारण फंगस इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए साफ़ सफाई पर विशेष ध्यान रखें और खाने में अधिक से अधिक हेल्दी चीजों को शामिल करें।
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मौसम परिवर्तन के संबंध में डॉ. इंदु ग्रेवाल का कहना है कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है वे लोग बहुत जल्दी संक्रमण की चपेट में आते हैं। ऐसे लोग जब बारिश में भीग जाते हैं तो उनके पूरे शरीर में तेज खुजली होने लगती है। उनके मुताबिक बारिश के मौसम में डायबिटीज के मरीजों को अपने पैरों का खासतौर पर ख्याल रखना चाहिये क्योंकि गंदे पानी की वजह से पैर बहुत जल्दी इन्फेक्शन की चपेट में आ जाते हैं।
मौसम परिवर्तन के संबंध में डॉ. इंदु ग्रेवाल का कहना है कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है वे लोग बहुत जल्दी संक्रमण की चपेट में आते हैं। ऐसे लोग जब बारिश में भीग जाते हैं तो उनके पूरे शरीर में तेज खुजली होने लगती है। उनके मुताबिक बारिश के मौसम में डायबिटीज के मरीजों को अपने पैरों का खासतौर पर ख्याल रखना चाहिये क्योंकि गंदे पानी की वजह से पैर बहुत जल्दी इन्फेक्शन की चपेट में आ जाते हैं।
इस मौसम में पैरों में कई तरह के बैक्टीरिया चिपक जाते हैं जो आगे चलकर शरीर के बाकी अंगों को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि समय रहते आप अपना बचाव करें।
डायबिटीज के मरीज ऐसे करें अपनी देखभाल…
डॉ. राजकुमार के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को बारिश के इस मौसम में बाहर का खाना नहीं खाना चाहिए साथ ही ये लोग गंदे और संक्रमित पानी का भी सेवन न करें। इससे डायरिया या कालरा जैसी बीमारियां होने का खतरा रहता है। अपने खाने का एक रूटीन बनाएं और रोज उसी टाइम पर खाएं। घर पर बना ताजा खाना ही खाएं और खाने में हरी सब्जियों का सेवन ज़रूर करें।
डॉ. राजकुमार के अनुसार डायबिटीज के मरीजों को बारिश के इस मौसम में बाहर का खाना नहीं खाना चाहिए साथ ही ये लोग गंदे और संक्रमित पानी का भी सेवन न करें। इससे डायरिया या कालरा जैसी बीमारियां होने का खतरा रहता है। अपने खाने का एक रूटीन बनाएं और रोज उसी टाइम पर खाएं। घर पर बना ताजा खाना ही खाएं और खाने में हरी सब्जियों का सेवन ज़रूर करें।
ऐसे बढ़ाएं इम्युनिटी पॉवर…
– इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक मात्रा में पानी या फलों का जूस या नारियल पानी पिएं। इसके अलावा गर्म तासीर वाली चीजें जैसे कि सूप, अदरक की चाय इत्यादि भी पिएं।
– खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छे से धो लें। अगर आपको घर से दूर कहीं बाहर जाना है तो घर से स्नैक बनाकर लें जाएं।
– इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक मात्रा में पानी या फलों का जूस या नारियल पानी पिएं। इसके अलावा गर्म तासीर वाली चीजें जैसे कि सूप, अदरक की चाय इत्यादि भी पिएं।
– खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छे से धो लें। अगर आपको घर से दूर कहीं बाहर जाना है तो घर से स्नैक बनाकर लें जाएं।
– इस सीजन में आई इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को यह सलाह दी जाती है कि वे नियमित अंतराल पर अपना चेकअप ज़रूर करवाते रहें।
– हमेशा एक जोड़ी साफ़ कपड़े अलग से अपने साथ ज़रूर रखें। इसके अलावा अपने पैरों को हमेशा साफ़ और सूखे कपड़े से पोछते रहें, मोज़े पहनने से पहले पैरों में पाउडर छिड़कें और फिर मोज़े पहनें।
– हमेशा एक जोड़ी साफ़ कपड़े अलग से अपने साथ ज़रूर रखें। इसके अलावा अपने पैरों को हमेशा साफ़ और सूखे कपड़े से पोछते रहें, मोज़े पहनने से पहले पैरों में पाउडर छिड़कें और फिर मोज़े पहनें।
इन बातों का खास ख्याल रखें…
अगर आपके पैर पूरी तरह भीग गये हैं तो घर आते ही सबसे पहले मोज़े उतार दें और फिर पैरों को साफ़ कपड़े से पोछ लें। अंगूठो के आस पास वाले हिस्से को चेक करते रहें क्योंकि उस हिस्से में इन्फेक्शन तेजी से फैलता है।
अगर आपके पैर पूरी तरह भीग गये हैं तो घर आते ही सबसे पहले मोज़े उतार दें और फिर पैरों को साफ़ कपड़े से पोछ लें। अंगूठो के आस पास वाले हिस्से को चेक करते रहें क्योंकि उस हिस्से में इन्फेक्शन तेजी से फैलता है।
पैरों को सिर्फ साबुन और पानी से ही धोना पर्याप्त नहीं है बल्कि पैरों को सूखा रखना भी उतना ही ज़रूरी है। इसके अलावा पैरों की उंगलियों के नाखूनों को छोटा रखें और इन्हें हमेशा साफ़ करते रहें।