सेवादल संगठन कांग्रेस की रीड़ जाना है, इसलिए इस संगठन को नए सिरे से खड़ा करने के लिए इसका अलग सेटअप तैयार किया गया। यहां तक कि इसे कांग्रेस संगठन के सामांतर खड़ा करने की कोशिश हुई। सेवादल के प्रति लोग आकर्षित हों, इसलिए इसका ड्रेस कोड भी बदला गया।
युवा और महिला विंग अलग से बनी। कांग्रेस सेवादल संगठन का नए सिरे से ढांचा खड़ा होने से सेवादल ने सक्रियता दिखाई। आमजन में घुसपैठ बनाने संगठन ने प्रदेशभर में कार्यक्रम भी आयोजित किए। लेकिन चुनाव में सेवादल उपेक्षित ही रहा। हालांकि संगठन चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभााने की बात करता है।
यह सही है सेवादल कोटे से किसी को भी विधानसभा का टिकट नहीं मिला। टिकट न मिलने का अफसोस रहा, फिर भी सेवादल ने पूरी तत्परता से काम किया। उपेक्षा के बाद भी सेवादल चुनाव में एक्टिव रहा। अभी सेवा के लिए तत्पर है।
– योगेश यादव, अध्यक्ष मध्यप्रदेश कांग्रेस सेवादल