वेदर सिस्टम पड़ा कमजोर
प्रदेश में बारिश वेदर सिस्टम कमजोर पड़े हैं। बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी आना कम हो गई है। इससे बारिश की गतिविधियां रुक गई हैं। हालांकि एक-दो दिन बाद फिर मौसम बदल सकता है। बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर कई जिलों में बिजली गिरने की आशंका जताई है।
यहां हुई बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटों में रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। रीठी, बरगी, रैपुरा, बिछुआ, शाहपुरा, जबलपुरी, टीकमगढ़, मोहनगढ़, सीहोरा, नागौद, पन्ना, नरसिंहपुर, पृथ्वीपुर में 1 सेमी बारिश हुई है।
यहां होगी बौछारें
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग के मुताबिक रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
दो दिन बाद फिर शुरू हो सकता है बारिश का दौर
मौसम विभाग ने कई जिलो में यलो अलर्ट जारी किया है। नर्मदापुरम एवं इंदौर संभाग के जिलों में तथा अनूपपुर, शहडोल, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ एवं धार जिलों में कहीं-कहीं बिजली गिरने की आशंका भी जताई है। विभाग के मुताबिक 21-22 सितंबर से एक बार फिर वर्षा का दौर शुरू हो सकता है।
ये भी जानें
प्रदेश में सबसे गर्म ग्वालियर रहा, यहां 34.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। जबलपुर जिले में 11 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अलग-अलग स्थानों पर एक्टिव वेदर सिस्टम कमजोर पड़ गए हैं। मानसून ट्रफ के भी हिमालय की तरफ खिसकने के कारण मध्यप्रदेश में वर्षा का सिलसिला थमने लगा है। हालांकि बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके कारण मंगलवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इससे प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो सकती है।