coronavirus lockdown is necessary” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2020/03/30/coronvirus2_5954453-m.jpg”>
वहीं बात मध्यप्रदेश की करें तो यहां इंदौर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह 17 औऱ रात को 19 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। भोपाल एम्स व इंदौर लैब की रिपोर्ट में इंदौर में 36, भोपाल में एक, उज्जैन में 2, और खरगोन में एक मरीज संक्रमण मिला है। अब मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 87 हो गई है। इन सब के बीच एक राहत की खबर भी सामने आई है।
एक रिसर्च में पता चला है कि 23 डिग्री सेल्सियस होने पर कोरोनावायरस आधे खत्म हो रहे हैं। आपको बता दें कि बीएचयू के जीन वैज्ञानिक प्रो.ज्ञानेश्वर चौबे और दिल्ली स्थित आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के डॉ.प्रमोद कुमार ने एक शोध किया। इस शोध में जीन वैज्ञानिकों ने लैब में शून्य से लेकर 29 डिग्री सेल्सियस तक कोविड-19 की हरकत पर कड़ी निगाह रखी। उन्होंने बताया कि शून्य से 23 डिग्री सेल्सियस तक आते-आते कोविड-19 वायरस की संख्या आधी हो गई थी।
आपको बता दें कि इन वैज्ञानिकों का दावा है कि तूफान, चक्रवात, बाढ़ और मौसम के दौरान जान बचाने और राहत को लेकर कई बार भविष्यवाणी की जाती है, ठीक वैसे ही कोरोना को लेकर महामारी की आशंका की पहले से सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है। प्रो.ज्ञानेश्वर चौबे के अनुसार बीजिंग द्वारा निर्धारित वायरस के आरएनए सीक्वेसिंग को आर प्रोग्रामिंग की मदद से तापमान के साथ महामारी का कंप्यूटर सिमुलेशन किया जाता है, जिसकी रिपोर्ट डॉ. प्रमोद को चीन से भेजी जाती है।
यहां एक खास प्रकार की बीएसएल-4 लैब में अलग-अलग तापमान पर वायरस की हरकतों को नोट कर उनको कंप्यूटर सिमुलेशन के आंकड़े से मेल कराया जाता है। जब दोनों आंकड़े 99.99 फीसद मिल जाते हैं तो इससे कोरोना के घटते स्तर की पुष्टि हो जाती है। प्रो.चौबे को ये शोध करने में बीते 20 दिनों से लगे थे। इस शोध में उनको इस बात का भी पता चला है कि आठ डिग्री सेल्सियस तापमान कोविड-19 के पनपने की सबसे बेहतर स्थिति है।