सीएम मोहन यादव ने इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने त्योंथर जनपद पंचायत के सीईओ और पीएचई के एसडीओ को निलंबित करने के आदेश दे दिए हैं। त्योंथर के मनिका गांव में ही यह हादसा हुआ था।
अपने एक्स हेंडल पर सीएम ने इस संबंध में ट्वीट भी किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि प्रशासन के अथक प्रयासों के बाद भी त्योंथर के मनिका गांव में बोरवेल में गिरे मासूम मयंक को बचाया नहीं जा सका। ऐसे में मन अथाह दु:ख और पीड़ा से भरा है। ईश्वर दिवगंत आत्मा को शांति एवं परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
पीड़ित बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से ₹4 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। दु:ख की इस घड़ी में, मैं और मध्यप्रदेश सरकार मयंक के परिजनों के साथ खड़े हैं।
ट्वीट में सीएम ने सीईओ और एसडीओ को निलंबित करने की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में जवाबदेही तय करते हुए सीईओ जनपद त्योंथर एवं एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके साथ ही सीएम ने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए लोगों से ऐसे बोरवेल को ढंक कर रखने का अनुरोध किया है।
गौरतलब है कि ऐसी अनेक घटनाएं हो चुकी हैं फिर भी जिम्मेदारों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस घटना पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी मोहन सरकार को घेरा है।