जून के बाद से मानसून के चलते सभी खदानें बंद हो जाएंगी। इसके बाद सरकार नई नीति लाएगी। तैयारी शुरू कर दी गई है। इस नीति के तहत सभी जिलों की रेत खदानें नीलाम होंगी।
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नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले की खदानें 6 माह से बंद
हाईकोर्ट का सटे होने के कारण नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले की खदानें 6 माह से बंद हैं। बताया जाता है कि, सरकार ने खदानें खनिज निगम से वापस लेकर 17 जिलों के रेत समूह खदानें विभाग को सौंपी हैं। इनमें से 11 खदानें नीलाम हो गई हैं। 6 जिला रेत समूह खदानें नीलाम पर हो रहीं। नीलाम हुई खदानों से को प्रति वर्ष 200 करोड़ राजस्व मिलने की संभावना है।
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दोबारा नीलामी
प्रदेश की सभी रेत खदानें रेत नियम 2019 के अनुसार नीलाम की गई हैं। हालांकि, पिछले तीन सालों में पूरी तरह से रेत खदानें नीलाम नहीं हो पाई हैं, इससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। इसके साथ ही करीब एक दर्जन से अधिक जिला रेत खदानें नहीं चल पाने के कारण ठेकेदारों ने उन्हें सरेंडर किया है। इसके चलते इन खदानों को दोबारा नीलाम किया जा रहा है।
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