scriptगड्ढे भरने के नाम पर 15 ठेकेदारों में बंट गए 6 करोड़ रुपए, फिर भी सड़कें बेहाल | scam in potholes filling in city | Patrika News
भोपाल

गड्ढे भरने के नाम पर 15 ठेकेदारों में बंट गए 6 करोड़ रुपए, फिर भी सड़कें बेहाल

नगर निगम के अफसरों ने गड्ढों में भी खोज लिया कमाई का गणित

भोपालSep 21, 2019 / 01:56 am

Sumeet Pandey

गड्ढे भरने के नाम पर 15 ठेकेदारों में बंट गए 6 करोड़ रुपए, फिर भी सड़कें बेहाल

गड्ढे भरने के नाम पर 15 ठेकेदारों में बंट गए 6 करोड़ रुपए, फिर भी सड़कें बेहाल

देवेंद्र शर्मा. भोपाल. आपको हैरत होगी, जिन गड्ढों के बीच आप बड़ी मुश्किल से अपने वाहन निकालते हों उन्हीं गड्ढों को निगम के अफसरों-इंजीनियरों व ठेकेदारों ने कमाई का जरिया बना लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गड्ढों को भरने के नाम पर 15 ठेकेदार तय किए गए हैं और इन्हें छह करोड़ रुपए का बजट दे दिया गया है। स्थिति ये हैं कि सड़क के कुछ गड्ढों में मलबा भरकर पूरी रोड की राशि मंजूर कराई जा रही है। निगम के 19 जोन में बीते डेढ़ माह में गड्ढे भरने के नाम पर इस राशि की बंदरबांट कर ली गई है। पूरे मामले में चौंकाने वाला तथ्य ये हैं कि गड्ढे नहीं भरे गए इससे कोई इंकार भी नहीं कर सकता। दरअसल लगातार बारिश में गड्ढों में भरा मलबा बाहर निकल जाता है। इसे ही दिखाकर फाइल बनाई जा रही है। कई सड़कों की एक से अधिक बार फाइल बनाकर राशि मंजूर कराने की कवायद की गई। गौरतलब है कि वार्षिक रखरखाव के नाम पर निगम प्रशासन बिना तय काम ठेकेदार तय करता है। किसी कार्यक्रम में रेत, मुरम, गिट्टी, जीरा, मलबा डलवाना हो तो अलग से टेंडर की जरूरत नहीं पड़ती। डेढ़ माह पहले निगम ने इसके लिए दो-दो करोड़ के तीन टेंडर जारी कर छह करोड़ रुपए के काम बांटे थे।
कलेक्टर ने पूछा- अब तो बरसात रुक गई, कब शुरू होगा सड़कों का काम
भोपाल. बरसात से खराब हुईं भोपाल की सड़कों को लेकर कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने नगर निगम, सीपीए, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई। बैठक में कलेक्टर ने पूछा कि अब बरसात रुक गई है सड़कों का काम कब से शुरू होगा। इस पर अधिकारियों ने कहा कि एक दो दिन में काम शुरू कर देंगे। कलेक्टर ने तत्काल कहा कि एक दो दिन तो कब से कह रहे हैं, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। अब मौसम पूरी तरह से खुल चुका है जल्द सड़कों का काम शुरू कर दिया जाए। दरअसल राजधानी में करीब साढ़े चार हजार किमी सड़क अलग-अलग विभागों की हैं। लगातार हुई भारी बरसात में करीब 12 सौ किमी सड़कें उखड़ चुकी हैं। उनमें गड्ढे हो गए हैं।
ईमानदारी से काम होता तो ये गड्ढे न उभरते
शाहपुरा तालाब से गुलमोहर की और चौराहा तक पूरी रोड जर्जर हो गई
गुलमोहर चौराहा से 1100 क्वार्टर और यहां से अरेरा कॉलोनी के अंदर 12 नंबर तक की रोड पूरी तक टूट गई है
गणेशमंदिर से हबीबगंज स्टेशन के बीच तक सड़क पर बड़े गड्ढे बन आए हैं जो जानलेवा भी साबित हो सकते हैं
शहरर की 1200 किमी लंबी सड़कें पूरी तरह से खराब हो गई, लेकिन इन्हें सुधारने के लिए कोई मजबूत कवायद नहीं की जा रही।
आमजन को ये दिक्कत
आमजन की गाढ़ी कमाई के छह करोड़ रुपए खर्च होने के बावजूद गड्ढों की दिक्कत दूर नहीं हो पाई। होशंगाबाद रोड समेत तमाम सड़कों में गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं। दुर्घटना की स्थिति तो बढ़ ही रही है, वाहन व इनके चालक पर भी असर हो रहा है। गड्ढों के बीच वाहन चलाने से रीढ़ में दर्द की स्थिति बन रही है। वाहन के पाट्र्स खराब हो रहे हैं।
गड्ढे भरने का काम हमारी टीम लगातार कर रही है। हम दिखवा लेंगे, कहीं कोई ऐसी शिकायत होगी तो कार्रवाई की जाएगी।
पीके जैन, सिटी इंजीनियर, नगर निगम

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो