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भोपाल

सबसे आगे ऊर्जा मंत्री, निजी स्टाफ में 96 कर्मचारी, 11 सरकारी वाहन रहते हैं तैनात

मप्र सरकार का बिजली विभाग संकट में, मंत्रीजी की सेवा में 24 घंटे लगा है भारीभरकम अमला…।

भोपालAug 31, 2021 / 03:20 pm

Manish Gite

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शिवराज कैबिनेट के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के भोपाल और ग्वालियर के बंगले पर तैनात रहते हैं 96 से अधिक सरकारी कर्मचारी।

भोपाल। मध्य प्रदेश में बिजली कंपनियों की हालत पहले ही खराब है। कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़ रहे हैं। इस कारण बिजली की दरें भी लगातार बढ़ाई जा रही है। सरकारी विभागों के खर्च कम करने की बजाय बढ़ाए जा रहे हैं। इस मामले में शिवराज कैबिनेट के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मंत्रिमंडल के बाकी सदस्यों में सबसे आगे निकल गए हैं। बिजली विभाग के 96 कर्मचारियों को अपने स्टाफ में रखकर ऊर्जा मंत्री टॉप पर हैं। इसके अलावा सामान्य प्रशासन विभाग से मिला स्टाफ भी उनके भोपाल और ग्वालियर के बंगलों पर सेवाएं दे रहा है। इसके अलावा तोमर के वाहनों के बेड़े में 11 सरकारी वाहन भी शामिल हैं।

 

कभी बिजली के खंभे पर चढ़ने वाले, तो कभी नाले में उतरकर मेंटेनेंस करने वाले मंत्री प्रद्युम सिंह तोमर फिर चर्चाओं में है। इस बार वे निजी कामों के लिए 96 से अधिक कर्मचारियों का स्टाफ रखकर विवादों में आ गए हैं। यह कर्मचारी बिजली विभाग की कंपनियों से लिए गए हैं। इनमें से कई कर्मचारी भोपाल स्थित बंगले पर सेवाएं दे रहे हैं, जबकि बाकी लोग ग्वालियर स्थित बंगले पर भी सेवाएं दे रहे हैं। बिजली कंपनियों के कर्मचारियों के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग के पूल में से भी उन्हें स्टाफ मिला हुआ है। मंत्री तोमर ने अपने बंगले पर काल सेंटर बना रखा है।

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11 वाहनों का बेड़ा

तोमर (@PradhumanGwl) ने बिजली कंपनी की खस्ता हाल के बावजूद सरकारी बेड़े में 11 वाहन भी ले रखे हैं। इनके ईंधन का खर्चा भी बिजली कंपनियों को उठाना पड़ता है। सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश विद्युत मंडल की आर्थिक हालत खराब होने की वजह से ट्रांसमिशन, मैनेजमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए अलग-अलग कंपनियां बनाई गई हैं। इनके कार्यों में मंत्री का सीधे तौर पर कोई दखल नहीं होना चाहिए, लेकिन इन्हीं कंपनियों से कर्मचारी और वाहन लिए गए हैं।

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शिवराज कैबिनेट के मंत्रीसरकारी स्टाफ
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर96
जेल एवं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र22
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह20
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी20
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपुत15
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा12
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मेरे पास बड़ी जिम्मेदारी

मीडिया रिपोर्ट में यह खबर आने के बाद मंत्री तोमर (Pradhuman Singh Tomar) का कहना है कि उनके पास बड़ी जिम्मेदारी है, लोगों की समस्या निपटाना पड़ता है, तमाम पत्रों का जवाब देना पड़ता है। इसलिए इतने स्टाफ की जरूरत तो पड़ती ही है। उनके पास बड़ा विभाग है। इसमें काम करने के लिए मुझे हर चीज की समीक्षा और बड़े पैमाने पर निगरानी करना पड़ती है। हर पत्र का जवाब समय पर देना होता है, यह उनका दायित्व है। इन सब कामों के लिए स्टाफ की भी जरूरत होती है।

 

कांग्रेस बोली -सीएम को संज्ञान लेना चाहिए

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता केके मिश्रा ने इस मामले में शिवराज सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ मध्यप्रदेश दो लाख 53 हजार करोड़ के कर्ज में डूबा हुआ है। दूसरी तरफ प्रदेश के ऊर्जा मंत्री के स्टाफ में 96 कर्मचारियों का स्टाफ काम कर रहा है। मंत्री इस सरकारी कोष में डाका डालेंगे तो सरकार की हालत क्या होगी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस पर संज्ञान लेना चाहिए कि एक मंत्री के घर पर और आफिस में इतना स्टाफ क्यों।

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