इन जिलो में बड़ा खतरा
मध्यप्रदेश के 12 जिलों में क्यूलेक्स मच्छर की दहशत के कारण स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया, रीवा, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, दमोह, सतना और छिंदवाड़ा में फाइलेरिया का खतरा है जिसके कारण इन जिलों में अभियान चलाकर दवां खिलाई जाएंगी। क्यूलेक्स संक्रमण के कारण लिम्फ नोड ग्रंथियों में असर पड़ता है और लोगों में फाईलेरिया यानि हाथीपांव की बीमारी हो सकती है। इस बीमारी की जद में आकर व्यक्ति जीवन भर के लिए दिव्यांग हो सकता है। इस बीमारी से बचाव के लिए 10 फरवरी से 15 फरवरी तक प्रभावित जिलों में दवा वितरण के लिए अभियान चलाया जाएगा।
यह भी पढ़ें- बीमार पिता को पीठ पर लादकर 2 किमी. दूर विधायक के बंगले पर पहुंची बेटी, जानें पूरा मामला
6-8 साल बाद दिखते हैं लक्षण
आपको ये जानकर और भी हैरानी होगी कि क्यूलेक्स नाम के इस मच्छर के काटने के बाद तुरंत इससे होने वाली बीमारी के लक्षण नजर नहीं आते बल्कि 6-8 साल बाद फाइलेरिया और हाईड्रोसिल बीमारियों के लक्षण नजर आ सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक के 12 जिलों में 3455 लिम्फेडिमा के मरीज हैं और 1258 हाईड्रोसिल से ग्रस्त मरीज हैं। लिम्फेडिमा के सबसे ज्यादा 681 मरीज छतरपुर जिले में मिले हैं जबकि हाईड्रोसील के सबसे ज्यादा 528 मरीज पन्ना जिले में मिले हैं।
देखें वीडियो- होटल मे रंगरेलियां मनाते पकड़ाए लड़के-लड़कियां