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भोपाल

लॉकडाउन में कमजोर नहीं पड़े यह खिलाड़ी, अगले मिशन के लिए कर रहे हैं प्रेक्टिस

लॉकडाउन में भी कमजोर नहीं पड़े इनके हौसले, फिर उठेंगे और जीतकर आएंगे…।

भोपालJun 01, 2020 / 05:02 pm

Manish Gite

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भोपाल। हाल ही में टीवी एक्ट्रेस प्रेज्ञा मेहता और हाकी की खिलाड़ी जयश्री यादव ने आत्महत्या कर ली। दोनों ही युवतियां लॉकडाउन के दौरान डिप्रेशन में चल रही थीं। दोनों ही युवतियां इतनी कमजोर थीं कि वे अपने कदम नहीं रोक पाईं। इनके अलावा और भी खिलाड़ी ऐसे हैं जो कोरोनाकाल में कई इंटरनेशन प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं बन पाए, लेकिन उन्होंने निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और प्रेक्टिस को लगातार जारी रखे हुए हैं।

इन खिलाड़ियों ने गिरने नहीं दिया हौंसला
कोरोनाकाल में हर कोई परेशान है। उद्योग-व्यापार के साथ ही खेल गतिविधियां भी ठप्प हो गई है। कई टूर्नामेंट भी रद्द हो गए। ऐसे हालातों में कई खिलाड़ियों ने दिन-रात एक कर घर पर ही खेलों की तैयारियां तेज कर दी है।

 

सपने हो गए लॉक
हॉकी खिलाड़ी अभिषेक यादव कहते हैं कि नेशनल टूर्नामेंट की तारीख दो बार आगे बढ़ी और फिर निरस्त हो गी। हॉकी के टूर्नामेंट इसी समय होते हैं। अब लॉकडाउन खुलने पर खिलाड़ियों को ज्यादा फायदा नहीं होगा, क्योंकि मानसून सिर पर है। चार नेशनल खेल चुका हूं। इस बार के लिए उम्मीद लगा रखी थी, लेकिन सब उम्मीदें लॉकडाउन हो गई। स्टेट टूर्नामेंट में 20 खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। इसके बाद नेशनल टीम के लिए चयन होता है।

 

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कोरोना ने हिट विकेट कर दिया
क्रिकेटर आवेश खान बताते हैं कि आईपीएल टूर्नामेंट के लिए फिजिकली और मेंटली तैयार था। कैंप शुरू होने में 5-6 दिन बचे थे, इसी बीच मैच आगे बढ़ा दिए गए। यह मेरा चौथा आईपीएल था, तैयारी जमकर की थी, लेकिन कोरोना ने हिट विकेट कर दिया। मैंने रणजी ट्राफी के पाच मैच में से 30 विकेट लेकर अच्छा परफॉर्म किया था, जिससे ईरानी ट्राफी के लिए चांस बना था। आस्ट्रेलिया दौरे में नेशनल टीम से मुझे जाने का मौका मिलने वाला था।

 

मिस करती हूं ट्रैक और ट्रेनिंग
इंटरनेशनल कराते खिलाड़ी सुप्रिया जाटव कहती हैं कि मेरी सितंबर में कामनवेल्थ करते चैम्पियनशिप थी, जो कोरोना काल के कारण रद्द हो गई। इसकी तैयारी पिछले कई माह से कर रही थी। अब यह चैंपियनशिप आगामी दिनों में होगी। फरवरी में मेरा चयन सीनियर नेशनल के लिए हुआ था। अप्रैल और मई में भी कई सीनियर नेशनल इंवेंट्स थे, जो दिल्ली, असम और अरुणाचल प्रदेश में होने वाले थे।

 

गोल्ड मेडल पर थी निगाह
विक्रम अवार्ड प्राप्त स्वेच्छा जाटव कहती हैं कि नवंबर में दिल्ली में एशियन चैंपियनशिप होने वाली थी। इसके अलावा नेशनल गेम्स भी अक्टूबर में होने वाले थे लेकिन कोरोना के कारण सब रद्द हो गए। इसके लिए मैं पिछले कई दिनों से तैयारी में जुटी थी। मैंने पिछले नेशनल गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। इस बार गोल्ड पर निगाहें थीं, लेकिन सपना पूरा नहीं हो सका। अभी आगे क्या होगा, मुझे नहीं पता लेकिन अपनी तैयारी पूरी करती रहूंगी।

 

इनके सपने भी बिखरे
-कटनीः मुस्कान विश्वास अंडर 19 क्रिकेट टीम में टी-20 मैच नहीं खेल पाई।
-सतनाः इंटरनेशनल दिव्यांग क्रिकेट टीम इंडिया के खिलाड़ी बृजेश द्विवेदी मदुरै सीरिज में हिस्सा नहीं ले पाए।
-ग्वालियरः वालीबॉल कोच नरेंद्र तिवारी ने कहा कि सबसे ज्यादा परेशानी मिली और सबजूनियर वर्ग के खिलाड़ियों के सामने हैं, क्योंकि अभी कोई वालीबाल टूर्नामेंट आयोजित नहीं होगा। एक साल में ये इस एज ग्रुप से बाहर हो जाएंगे।

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