दुबई के एक होटल में 24 फरवरी 2018 को श्रीदेवी ( Indian actress ) का निधन हो गया था। इसी मौके पर प्रस्तुत है श्रीदेवी के एक फैन की कहानी, जिसने निधन के बाद सिर मुंडवा लिया था और श्राद्ध भी किया था। 13वीं पर 51 कन्याओं को भोजन करवाया था।
श्रीदेवी को माना अपनी पत्नी, निधन पर कराया मुंडन, 13वीं का भी दिया न्योता
श्योपुर जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर है सोईंकला का ददूनी गांव। यहां के 50 साल के ओपी मेहरा श्रीदेवी को अपनी पत्नी ही मानते थे। श्रीदेवी के निधन की खबर सुनकर उन्हें इतना सदमा लगा था कि वे पांच दिनों तक उन्होंने अन्न और जल तक ग्रहण नहीं किया था। मेहरा ने अपने घर में शोकसभा का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। उन्होंने इस सभा में श्रीदेवी की तस्वीर के सामने मुंडन करवाया था।
मेहरा के बारे में बताया जाता है कि उनकी शादी के लिए परिजनों और रिश्तेदारों ने 21 से अधिक लड़कियां ढूंढी, लेकिन ओपी मेहरा तो श्रीदेवी को ही अपनी पत्नी मान बैठे थे। उन्होंने भी आजीवन शादी नहीं करने की ठान ली थी।
जब श्रीदेवी से मिलने घर से भागे
ओपी मेहरा बताते हैं कि 20 साल की उम्र से ही वे श्रीदेवी को चाहने लगे थे। जब पहली बार उनकी फिल्म देखी तो वे दीवाने हो गए और मन ही मन उन्हें अपनी पत्नी मानने लगे थे। वे उनसे मिलने के लिए 1990 में दो बार मुंबई तक पहुंच गए, हालांकि श्रीदेवी से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई।
मेरी पत्नी मुझे छोड़ गई
आज भी ओपी मेहरा सभी को खुलकर यही कहते हैं कि मेरी पत्नी श्रीदेवी ही है, जो अब मुझे अब छोड़कर चले गई है।
एक बार गिरफ्तारी भी दी
जब मेहरा तो पता चला कि 1994 में श्रीदेवी राजस्थान के कोटा शहर में आ रही हैं, तो वे उनसे मिलने कोटा तक चले गए। लेकिन, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। फिर भी श्रीदेवी से मिलने का जुनून उनका कम नहीं हुआ। मेहरा 1985 में जब 9वीं क्लास में पढ़ते थे, तब पहली बार जस्टिस चौधरी फिल्म देखी। उस समय वे श्रीदेवी को देख गिर पड़े थे। इसके बाद ऐसी दीवानगी चढ़ी कि 30 दिनों तक लगातार इसी फिल्म को देखते रहे। श्री की सभी फिल्में देखने का यह सिलसिला अब तक जारी था।
लिखे थे तीन हजार लव लेटर
-मेहरा बताते हैं कि 1988 से 1996 के बीच मेहरा को जब भी श्रीदेवी की याद आती थी तो वे उन्हें लेटर लिखने लग जाते थे। वे इस दौरान तीन हजार से ज्यादा लव लेटर उन्हें लिख चुके हैं, जिसमें ज्यादातर प्यार का इजहार और शादी का आग्रह ही था।
बोनी ने तोड़ दिया था दिल
मेहरा बताते हैं कि 1996 में उनका दिल उस समय टूटा था, जब बोनी कपूर ने श्रीदेवी से शादी की थी। इसके बाद से ही उन्होंने लव लेटर लिखना बंद कर दिया था। लेकिन, मेहरा मन ही मन श्रीदेवी को अपनी पत्नी मानते रहे।
राशनकार्ड में भी श्रीदेवी का नाम
यह भी हैरानी की बात है कि मेहरा ने श्रीदेवी का नाम वोटर लिस्ट और राशन कार्ड में भी बतौर अपनी पत्नी के रूप में नाम दर्ज करावा लिया था। हालांकि साल 2002 में सरपंच चुनाव के दौरान एक प्रत्याशी कुंजबिहारी चौधरी ने वोटर लिस्ट से श्रीदेवी का नाम हटवा दिया था।
जब कूद गए थे नहर में
मेहरा बताते हैं कि जब वे श्रीदेवी की एक तस्वीर लेकर नहर के पास से गुजर रहे थे, तभी हवा में उड़ते हुए वो तस्वीर नहर में गिर गई। इस पर वे बगैर कुछ सोचे नहर में कूद गए, तैरना नहीं आने के बावजूद जैसे-तैसे श्रीदेवी की तस्वीर को नहर से निकालकर बाहर ले आए। इसके बाद 12 साल तक उसी तस्वीर को अपने घर के मंदिर में रखकर पूजा करते रहे।
अगले जन्म में भी मानेंगे पत्नी
मेहरा कहते हैं कि अब तक श्रीदेवी को आमने-सामने नहीं देखा, लेकिन फिल्म देखकर ही उन्हें पत्नी मान लिया था। इसके बाद अगले जन्म में भी में उन्हें पत्नी मानूंगा। ईश्वर अगले जनम में तो मेरी इच्छा पूरी कर सकते हैं।
गांव की सरपंच सावित्री जाट का कहना है कि ओमप्रकाश मेहरा श्रीदेवी के बेहद दीवाने हैं। यह पूरा गांव जानता है कि उन्होंने श्रीदेवी को पत्नी मान लिया था और श्रद्धांजलि सभा भी रखी थी। गांव के सभी लोग उनके दुख में शामिल भी हुए थे।