जानकारी के अनुसार आठ करोड़ रुपए की लागत से राजधानी में स्डेडियम निर्माण का काम चल रहा है। भीम नगर के पास निर्माण कार्य जारी है।दर्शकों को बैठने के लिए पवेलियन का निर्माण हो चुका है। मैदान को समतल करने के बाद यहां पर एस्ट्रो टर्फ बिछाई जाएगी। अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी के उभरते हॉकी खिलाडि़यों को प्रैक्टिस करने के लिए यह बेहतर जगह साबित होगी। इसके अलावा यहां कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कराने की योजना है।
राजधानी में चार हॉकी स्टेडियम वर्तमान में राजधानी में चार हॉकी स्टेडियम हैं। इनमें सबसे पुराना ऐशबाग स्टेडियम में सुधार कार्य होना है। करीब एक साल से यहां काम अधूरा पड़ा हुआ है। इसकी के बीच से खिलाडि़यों की आवाजाही हो रही है। इस स्टेडियम में सुधार के लिए खिलाड़ी कई बार मांग उठा चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बताया गया कि खेल विभाग और नगर निगम के बीच मामला अटकने के कारण काम अधूरा पड़ा है। यहां पहुंचने वाले लोग खामियाजा भुगत रहे हैं।