भोपाल

खुलासा : इन लोगों पर है कोरोना वायरस से मौत का सबसे ज्यादा खतरा, जानें बचाव

रिसर्च में हुआ खुलासा : तनाव लेने से बढ़ता है मौत का खतरा।

भोपालJun 23, 2020 / 03:52 pm

Faiz

खुलासा : इन लोगों पर है कोरोना वायरस से मौत का सबसे ज्यादा खतरा, जानें बचाव

भोपाल/ मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हालांकि, भारत समेत दुनियाभर में संक्रमण से निपटने के लिए सैकड़ों तकर के शोध जारी हैं। इनमें इस वायरस की प्रकृति और महामारी के लक्षणों से लेकर इसके इलाज की संभावना तलाशे जाने संबंधित रिसर्च और स्टडी की जा रही है। इसी कड़ी में हुई एक खास रिसर्च में कोरोना वायरस और तनाव के बीच के संबंध के बारे में पता चला है। इस स्टडी में में पता चला है कि, जिन कोरोना संक्रमित मरीजों में तनाव संबंधित हार्मोन का स्तर ज्यादा होता है, ऐसे मरीजों को संक्रमण से मौत का जोखिम ज्यादा होता है।

 

पढ़ें ये खास खबर- Corona Breaking : मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 12078, अब तक 521 ने गवाई जान


तनाव से है इस हार्मोन का संबंध

स्टडी में खुलासा हुआ है कि, कोरोना पॉजिटिव जिन मरीजों में कॉर्टिसोल हार्मोन का स्तर सामान्य से ज्यादा पाया जाता है, कोरोना संक्रमण से उनकी जान जाने का खतरा अधिक होता है। मालूम हो कि कोर्टिसोल हार्मोन का सीधा संबंध तनाव से है। जब हमें तनाव होता है तो हमारी बॉडी कोर्टिसोल हार्मोन पैदा करती है। तनाव का स्तर जितना ज्यादा होगा, शरीर में कोर्टिसोल का स्तर भी उतना ही ज्यादा होगा।

 

पढ़ें ये खास खबर- अस्पताल प्रबंधन ने मनाया कोरोना पॉजिटिव बच्ची का पहला जन्मदिन, कलेक्टर ने कही ये बात


क्या है कोर्टिसोल हार्मोन?

शोधकर्ताओं के मुताबिक, स्वस्थ लोगों के शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर 100-200 nm/L होता है। वहीं, जब इंसान सो रहा होता है तो उसके शरीर में कोर्टिसोल का स्तर जीरो होता है। तनाव की स्थिति में यही स्तर सामान्य से कहीं ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण का प्रभाव अधिक होने का खतरा रहता है।

 

पढ़ें ये खास खबर- रिसर्च: नाक के जरिए दिमाग में पहुंचकर ऐसे नुकसान करता है कोरोना वायरस


इस तरह की गई स्टडी

स्टडी के दौरान 535 लोगों को ऑब्जर्वेट किया गया। इनमें से 403 लोग कोरोना पॉजिटिव थे। कोरोना मरीजों में कोर्टिसोल का स्तर ज्यादा पाया गया। जिन संक्रमितों में कोर्टिसोल लेवल 744 या उससे कम था, वह औसतन 36 दिनों तक सर्वाइव किए, जबकि 744 से ज्यादा कोर्टिसोल लेवल वाले मरीज 15 दिनों तक ही सर्वाइव कर पाए। पहले के कई शोध अध्ययनों में बताया जा चुका है कि तनाव बढ़ने से कई बीमारियों का तो खतरा होता है, लेकिन इस स्टडी ने यह भी जोड़ दिया है कि अधिक तनाव लेने वाले लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते जान जाने का भी बड़ा खतरा है। इस अध्ययन के जरिए लोगों को बताया गया है कि, संक्रमण होने की स्थिति में तनाव मुक्त रहने का प्रयास करें।

Hindi News / Bhopal / खुलासा : इन लोगों पर है कोरोना वायरस से मौत का सबसे ज्यादा खतरा, जानें बचाव

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.