इससे पहले भोपाल में आजाद अध्यापक संघ द्वारा शिक्षा विभाग में मांग न माने जाने के विरोध में महिला अध्यापकों द्वारा सिर मुंडन teacher protest कराया था। वहीं इसी माह अध्यापकों ने अपनी मांगों को लेकर भोपाल के जंबूरी मैदान में मुंडन कराकर विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान अध्यापक संगठन के महिला और पुरूषों ने मुंडन कराकर शिक्षा विभाग में संविलयन की मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारे दिए। इधर, महिलाओं के मुंडन को लेकर बीजेपी प्रवक्ता राजो मालवीय ने अपने बयान में कहा कि महिलाओं को मुंडन कराना मर्यादा के खिलाफ है। महिलाओं को अपनी मांगे मर्यादा में रखनी चाहिए। अध्यापकों का कहना है कि सरकार उनके साथ दोहरा व्यवहार कर रही है।
अनुकम्पा नियुक्ति के नियमों को शिथिल कर, चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति की पात्रता प्रदान की जाए। अध्यापक संवर्ग को बंधन रहित स्थानांतरण नीति प्रदान किया जाए। नवीन पेंशन प्रणाली अन्तर्गत 18 माह का अंशदान अभी तक जमा नहीं किया गया है तत्काल जमा किया जाए एवं अंशदान हर माह जमा करने की व्यवस्था की जाए। महिला अध्यापक को संतान पालन अवकाश प्रदान किया जाए। गुरुजी को नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता प्रदान किया जाए। राज्य शिक्षा सेवा का गठन किया जाए।
वहीं इससे पहले सीहोर में 11 सूत्रीय विभिन्न मांगों को लेकर अध्यापकों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। दरअसल अध्यापक संवर्ग विगत 18 सालों से विभिन्न समस्याओं से त्रस्त है। इस कारण अध्यापक संवर्ग में भारी आक्रोश है। अध्यापकों ने छटवें वेतनमान में विसंगति को सुधरवाने व अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन कराने के लिए लगातार संघर्ष किया जा रहा है। 11 सूत्रीय विभिन्न मांगों को लेकर अध्यापकों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
इसके पहले अध्यापक संघर्ष समिति ने आवासीय स्कूल परिसर में एकत्रित हुए। इसके बाद संकल्प रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचें, जहां मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन के प्रतिनिधि लोक सूचना के प्रबंधक एके बर्रकुर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौपनें वालों में अध्यापक संघर्ष समिति के सतीश त्यागी, विश्वजीत त्यागी, कमल बैरागी, बलराम पंवार, राजेन्द्र परमार, नीलू गेहलोत सम्मिलित थे ।
वहीं दूसरी ओर बोर्ड ऑफिस चौराहे पर बेरोजगार सेना का प्रदर्शन चल रहा है, जबकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से सरकार के विरोध में महंगाई और व्यापम जैसे मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, इसी विरोध के चलते कांग्रेसियों द्वारा भाजपा सरकार का पुतला दहन भी किया गया।
मुख्यमंत्री के गुणवत्ता सम्मेलन के बार बार टलने और अध्यापकों की शिक्षा विभाग में संविलियन,सातवे वेतनमान,अनुकंपा नियुक्ति,ग्रेच्युटी,बंधन रहित स्थानांतरण नीति की लंबित मांगों से आक्रोशित प्रदेश भर से हज़ारों अध्यापक रविवार को भोपाल के शाहजहानी पार्क में जुटे हैं।