होशंगाबाद रोड पर मिसरोद स्थित बीआरटीएस से मंडीदीप तक हाईवे के दोनों ओर दो दर्जन से ज्यादा कॉलोनियां हैं। इनसे रोजाना करीब 20 हजार लोग बसों से सफर करते हैं। लेकिन मप्र सड़क विकास निगम ने हाईवे की जो डिजाइन तैयार की है, उसमें 10 किमी लम्बी सड़क पर मात्र तीन स्थानों पर क्रासिंग दी है।
घर तक पहुंचना मुश्किल
होशंगाबद रोड पर मंडीदीप से भोपाल की ओर जाने पर समरधा गांव, शुभालय परिसर, राधापुरम, श्री कृष्णपुरम, शीतल धाम, अनुजा विलेज, चिनार कॉलोनी, हरिगंगा नगर, इण्डस कॉलोनी के पांचों फेस, नटराज होम्स, सहित रतनपुर गांव के लोग बसों से सफर करते हैं।
भोपाल से मंडीदीप की ओर कॉर्मल कान्वेंट स्कूल के आसपास रहवासी क्षेत्र, पुलिस कॉलोनी, लिबर्टी सहित पुराना समरधा गांव हैं। हाईवे के दोनों ओर स्थित इन क्षेत्र के लोगों को अपनी कॉलोनी तक पहुंचने के लिए हाईवे क्रास करना होगा।
इस तरह का होगा आठ लेन का हाईवे
मिसरोद स्थित बीआरटीएस से मंडीदीप तक 8 लेन हाईवे बनाया जा रहा है। इसमें 7.5-7.5 मीटर चौड़ा फोरलेन हाईवे के साथ ही इसके दोनों ओर 7.5-7.5 मीटर चौड़े सर्विस रोड बनाए जा रहे हैं। हाईवे की डिजाइन के अनुसार हाईवे व सर्विस रोड के बीच फांसला होने के साथ ही रेलिंग लगाकर इसे कवर किया जाएगा, जिससे वाहन चालक निर्धारित स्थान से ही हाईवे से सर्विस रोड और सर्विस रोड से हाईवे पर आजा सकेंगे।
हाईवे निर्माण में सबसे बड़ी खामी
हाईवे पर रहवासी क्षेत्रों में पैदल यात्रियों के लिए अंडरपास या ओवरपास की सुविधा नहीं देना निश्चित ही एक बड़ी खामी है। हम इसके लिए जल्द ही अपनी बात जिम्मेदार विभागों तक पहुंचाएंगे।
कविन्द्र रघुवंशी, रहवासी श्री राधापुरम
होशंगाबाद रोड पर एक ओर रहवासी क्षेत्र दूसरी ओर शिक्षण संस्थान हैं, ऐसे में बहुत से लोग पैदल ही आवागमन करते हैं। इसके बाद भी हाईवे पर इन लोगों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं देने का हम विरोध करते हैं।
ज्ञानेन्द्र दुबे, रहवासी इण्डस टाउन
होशंगाबाद रोड पर जहां आवश्यक्ता थी वहां पर ग्रेडसेपरेटर, ओवरपास और अंडरपास दिए गए हैं। एक बार डिजाइन तय होने व वर्क ऑडर जारी होने के बाद इसमें संसोधन संभव नहीं है।
पवन अरोरा, प्रोजेक्ट मैनेजर एमपीआरडीसी